सीधी (ईन्यूज एमपी)- कहते हैं सेवाभाव यदि मन में है तो कोई रुकावट रास्ता नहीं रोक सकती और विषम परिस्थितियों में भी परोपकार का भाव अडिग रहता है।जी हां ऐसी ही एक मिशाल सीधी जिले के शासकीय सेवक द्वारा देखने को मिली है जो खुद की जान जोखिम में डालकर महामारी के इस दौर में मानवसेवा में लीन हैं। बात कर रहे हैं सीधी के लोक निर्माण विभाग में कार्यरत इंजीनियर रमाकांत मिश्रा का जो पिछले दस वर्षों से किडनी कि बीमारी से जूझ रहे हैं और दोनों किडनी खराब होने के बाद बहन द्वारा दी गई किडनी से जीवित है लेकिन इन तमाम बातों को दर किनार कर वे लगातार अपने कार्य के प्रति तटस्थ हैं और इतना ही नहीं इस कोरोनावायरस जैसी भयानक महामारी के दौर में जब उन्हें घर में सुरक्षित रहना चाहिए तब वे विगत कई दिनों से कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे हैं और जिले के एरोड्रम पनवार में बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को निशुल्क भोजन करा रहे हैं। गौरतलब है कि श्री मिश्र ने अपनी बीमारी को कभी भी अपने काम पर हावी नहीं होने दिया बल्की इस महामारी से लडने के लिए अपनी वेतन से कलेक्टर सीधी को करीब चालीस हजार रुपए दान स्वरूप दिए जा चुके हैं,और विपरीत परिस्थितियों में मौसम व अपने स्वास्थ्य की परवाह किए बिना सेवा संकल्प में लीन हैं।