सीधी (प्रवेन्द्र द्विवेदी) वैश्विक महामारी कोरोना के विरुद्ध हर कोई अपने अपने अलग अलग अंदाजों से लड़ाई लड़ रहा है , संकट की इस घड़ी में शोषल डिस्टेंसिंग को फालो करते हुये आर्थिक क्षेत्र में भी एक समाज सेवी ने अपनी पंचायत के मजदूंरों के साथ विकास की अलख जगा रहे हैं । जी हां हम बात कर रहे हैं जनपद पंचायत सीधी की ग्रामपंचायत करगिल के सरपंच श्रीकांत तिवारी की ....जिन्होंने गांव के जरूरत मंद मजदूंरों को मनरेगा योजना के तहत विकास कार्य में शामिल कर आर्थिक दशा को सुधारने में लीन है । जरूरत है जिले की अन्य उन पंचायतों को जो अब तक मनमर्जी भ्रष्टाचार की गंगा बहाते आ रहे हैं , नियम कायदों को कुचलकर मशीनों से विकाश कार्य कराते आ रहे हैं ...? हां हम सरपंच साहब की तारीफ नही कर रहे हैं सिर्फ और सिर्फ उनकी कार्यशैली से ओतप्रोत होकर आप सबके लिये एक उदाहरण पेश कर रहें । निश्चित ही करगिल की भांति सीधी जनपद पंचायत के सभी उन 115 पंचायतों में अगर इसी तरह मजदूरों को विकाश उन्मुखी योजनाओं से जोड़ दिया जाय ..ना...तो मजदूंरों का पलायन होगा और ना ...ही मशीनों से काम ।