सीधी (ईन्यूज एमपी)- सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कमलेश पाण्डेय को राज्य शासन द्वारा उनके मूल विभाग पशुपालन हेतु एक तरफा भारमुक्त किया गया है। बता दें कि मूलतः पशुपालन विभाग के सहायक शल्य चिकित्सा डॉक्टर कमलेश पाण्डेय को प्रतिनियुक्ति पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सीधी के पद पर नियुक्त किया गया था। इनके द्वारा उच्च न्यायालय में तथ्य प्रस्तुत किया गया था कि इनकी प्रतिनियुक्ति को दो वर्ष पूर्ण नहीं हुए हैं साथ ही दोनों विभागों कि सहमति के बिना ही प्रतिनियुक्ति समाप्त कि गई है जबकि सीधी में कोई दूसरा अधिकारी नहीं है जिसकी वजह से शासकीय कार्य प्रभावित हो सकते हैं। जबकि पूर्व कलेक्टर द्वारा के के पांडे के विरुद्ध शासकीय कार्यों के प्रति उदासीनता लापरवाही और अनुशासन का पालन नहीं करने व कर्तव्य का निर्वहन निष्ठा पूर्वक नहीं करने पर या उचित कार्रवाई हेतु अनुशंसा की गई थी। जिस पर कार्यवाही करते हुए व निहित प्रावधान के आधार पर अर्थात दोनों विभागों की सहमति अथवा कार्य संतोषजनक नहीं होने के आधार पर कलेक्टर द्वारा की गई शिकायत तथा प्रतिनियुक्ति अवधि 5 वर्ष से अधिक होने के फल स्वरुप तथा मूल विभाग पशुपालन विभाग द्वारा इसे वापस लेने के कारण राज्य शासन द्वारा डॉक्टर के के पांडेय की सेवा पशुपालन विभाग को वापस की गई हैं, व राज्य शासन द्वारा आनंद मिश्रा सहायक आयुक्त परियोजना प्रशासक पुष्पराजगढ़ को तत्काल प्रभाव से अस्थाई रूप से आगामी आदेश तक सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सीधी नियुक्त किया गया है।