सीधी (ईन्यूज एमपी)- एक ओर जहां पूरा विश्व कोरोनावायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है वहीं सीधी जिले के कुर्वाह गांव के आदिवासी महज पानी कि समस्या से जूझ रहे हैं,कोरोना से बचाव हेतु घरों में रहने कि सलाह दी जा रही है, लेकिन बिना पानी के घर में भी जीवन सुरक्षित नहीं है। जी हां कहते हैं कि बिन पानी सब सून अर्थात पानी जीवन के लिए मूलभूत व अति आवश्यक है और ऐसे में इसकी सुगमता अत्यंत आवश्यक हो जाती है लेकिन कुर्वाह के आदिवासी परिवारों को पानी के लिए दूर सोन नदी का सफर तय करना पड़ता है कारण पेय जल के स्त्रोत नहीं है या न के बराबर कई बार जनप्रतिनिधियों द्वारा इन्हें आश्वासन तो दिया गया मगर पानी नहीं, चुनाव के वक्त वादों का झुनझुना तो दिया गया पर उससे आवाज नहीं आई वोट देने के बाद उनके नसीब में आई तो महज प्यास और इंतजार।कई बार प्रशासन से भी गुहार लगाई गई लेकिन किसी न किसी वजह से निराशा ही हाथ लगी। आदिवासी बस्ती में गरीबी व गुरबत का जीवन जीने को मजबूर लोग अब महज सोन कि आस में है,हालांकि अभी तो गर्मियों कि शुरुआत है और हाल ये है लेकिन आगे का हाल तो और भी बेहाल है,लोग कोरोना से भले ही बच जाए लेकिन प्यास व गंदे पानी से इन्हें कौन बचाएगा....?