सीधी (ईन्यूज एमपी)- एक ओर जहां महामारी कि मार से लोग त्रस्त है,चारों ओर त्राही-त्राही मची हुई है शासन प्रशासन लोगों कि मदद के लिए सतत प्रयासरत हैं लेकिन लापरवाहो कि लापरवाही का आलम यह है कि शासन प्रशासन के निर्देशो कि धंज्जिया उड़ाई जा रही है। जी हां एक ओर जहां महामारी के चलते शासन प्रशासन लोगों कि दिन रात मदद में लगे हुए हैं तो वहीं जिले के सहकारी उचित मूल्य कि दुकान के विक्रेता मनमानी पर उतारू हैं, जिला कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी द्वारा समस्त उचित मूल्य दुकानों को निर्धारित समय अवधि में खोले रखने के आदेश दिए गए हैं लेकिन आज तहसीलदार गोपद बनास लक्ष्मीकांत शर्मा द्वारा औचक निरीक्षण करने पर पाया गया कि अधिकांश दुकानें बंद पड़ी हुई है व लोगों को खाद्यान्न नहीं मिल पा रहा है,कई जगह से तो लोगों द्वारा लिखित रूप से कलेक्टर को शिकायत तक कि गई है, लेकिन लोगों कि समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। गौरतलब है कि सहकारिता के छाए तले फल फूल रहे कोटेदारों को न तो शासन का डर है,न ही उसके आदेश का उन्हें तो बस अपनी ही धुन में जमे हुए काम करना है,और उनकी मनमानी का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जहां दुकानें खुल भी रही है, वहां मनमाने तौर पर खाद्यान्न बांटा जा रहा है कम ज्यादा तौल कर लोगों को चूना लगाया जा रहा है।