सीधी(ईन्यूज एमपी)-अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के साथी संगठन टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा, म.प्र. किसान सभा, आदिवासी एकता महासभा तथा एकता परिषद द्वारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन कलेक्टर सीधी के माध्यम से सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने के बाद संघर्ष समन्वय समिति के साथी उमेश तिवारी एवं का. सुन्दर सिंह ने बताया कि अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति देश के 212 किसान संगठनों का संयुक्त मंच है जो किसानों की बदहाली के विरुद्ध और कृषि को फिर से लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए संघर्ष करता है। किसान संघर्ष समन्वय समिति की प्रदेश इकाई ने दिनांक 14 सितंबर 2019 को भोपाल की अपने बैठक में तय किया था कि किसानों की ज्वलंत समस्याओं के समाधान का ज्ञापन पत्र प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौप कर समश्याओ के समाधान की मांग की जाएगी। उसी तारतम में आज ज्ञापन पत्र सौंपा गया है। ज्ञापन पत्र में जिन मांगों का लेख किया गया है इस प्रकार हैं;- घोषणा अनुसार सभी किसानों के कर्ज माफ किए जाएं, प्रदेश के अधिकांश जिलों में अति वर्षा से किसानों की दलहन और तिलहन की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं मगर सर्वे का काम अभी चालू नहीं हुआ है तुरंत सर्वे कराया जाए तथा सर्वे के लिए खेत को इकाई माना जाए सर्वे रिपोर्ट जमा करने से पहले ग्रामसभा पर सार्वजनिक की जाए, अतिवृष्टि के कारण व्यापक फसल बर्बादी के कारण सभी किसानों के आगे के कर्ज पुनः निर्धारित किए जाएं, कर्ज माफी नहीं होने के कारण सेवा सहकारी समिति में 90% किसान डिफाल्टर होने के कारण प्रधानमंत्री फसल बीमा से किसानों को वंचित किया जा रहा है उनको बीमा राशि का भुगतान किया जाए, रवी फसल के लिए लोन देने का आदेश तत्काल जारी किया जाए, आपकी सरकार ने गेहूं उत्पादक किसानों को 160 ₹ प्रति क्विंटल बोनस देने की घोषणा की थी मगर अभी तक यह राशि किसानों के खाते में नहीं आई है यह बोनस किसानों को तुरंत दिया जाए, किसानों को आवारा पशुओं से निजात दिलाई जाए, वचन पत्र अनुसार दुग्ध उत्पादक किसानों को प्रति लीटर 5 ₹ की सब्सिडी दी जाए।