मझौली(ईन्यूज एमपी):- कुसमी जनपद के खरबर आदिवासी बालिका आश्रम में अध्ययनरत एक छात्रा की गुमशुदगी अभी तक पहेली बनी हुई है। वंही ट्रायवल विभाग मामले को लेकर दहशत में है । तमाम प्रयासों के बाद भी गुमशुदा बालिका का कहीं सुराग नहीं लग सका है। उक्त घटना के संबंध में बालिका के मां द्वारा बताया गया कि आश्रम में उसकी साढे ग्यारह वर्षीया बालिका अध्ययनरत है।जो 15 अगस्त रक्षाबंधन के दौरान गुमशुदा बालिका आश्रम से घर आई थी।जो गत 10 सितंबर की रात खाना खाकर सोई और सुबह बिस्तर में नहीं मिली। पति के बाहर होने के कारण बालिका के गुम होने की रिपोर्ट घटना के बाद तत्काल नहीं दर्ज करा सकी।फिर 12 सितंबर को थाना मझौली पहुंचकर बालिका के गुमशुदगी के साथ ही गांव के ही युवक जिसके साथ लड़की को बातचीत करते कई बार देखा गया था।इस आधार पर जब युवक की खोज की गई तो वह भी गांव से लापता था।जिसके आधार पर थाने में नामज़द अपहरण का मामला दर्ज कराया गया। दो दिन से आदिवासी विकास विभाग के कर्मी खोज में छान रहे हैं खाक:-- गुमशुदा बालिका की तलाश में आदिवासी विकास विभाग के कर्मचारी संभावित ठिकानों में 2 दिनों से रात दिन पूरे क्षेत्र की खाक छान रहे हैं।बावजूद इसके उक्त बालिका का अभी तक सुराग नहीं लग सका है। मामले में सबसे आश्चर्यजनक पहलू तो यह है कि 15 अगस्त से 10 सितंबर तक आश्रम में अध्धयनरत छात्रा की विभाग द्वारा खोज खबर क्यों नहीं की गई। यह बात लोगों के गले नहीं उतर रही है क्योंकि अगर छात्रा घर से गायब हुई है तो विभाग के कर्मचारी खोजबीन को लेकर इस तरह परेशान क्यों हैं?जिससे कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं ।जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।