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मूलभूत सुविधा के लिए परेशान कन्या हायरसेकंडरी की छात्राएं, विद्यालय प्रबंधन पर उठे सवाल......

मझौली(ईन्यूज एमपी) :-नगर परिषद मझौली अंतर्गत संचालित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में इन दिनों अध्ययनरत छात्राओं को मूलभूत सुविधा के लिए जहां परेशान होना पड़ रहा है वहीं विद्यालय प्रबंधन द्वारा ऐसे मामले पर गंभीरता ना दिखाना पूरे प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़ा करता है।
छात्राओं की माने तो विद्यालय में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। वहीं कक्षाओं में पंखे नहीं चलते हैं।और टाट फ़ट्टी भी फ़टी -पुरानी और काफी दुर्गंध युक्त रहती हैं।जिससे पूरे कमरा में दुर्गंध बना रहता है। और पढ़ाई में मन नहीं लगता है।एवं तबीयत भी खराब हो जाती है। पूरे विद्यालय परिसर में बरसाती घास व कचड़ा के अधिकता से जहां कीड़े मकोड़े व मच्छरों का प्रकोप काफी मात्रा में हो रहा है। वही शौचालय सिर्फ नाम के लिए है।जो विद्यालय समय में भी बंद रहते हैं।और ना तो यहां साफ-सफाई है और ना ही पानी रहता है।ऐसी मूलभूत सुविधाओं के लिए छात्राओं को आए दिन परेशान होना पड़ता है। और जब इस संबंध में उनके द्वारा विद्यालय प्रबंधन व प्राचार्य को अवगत कराया जाता है तो उनके द्वारा भी समाधान न दिए जाने की स्थिति में मनोवैज्ञानिक तौर पर छात्राओं को हतोत्साहित होना पड़ता है।

न्यूनतम परीक्षा परिणाम के सूची में है विद्यालय का नाम :--स्थानीय अभिभावकों की माने तो विद्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर प्राचार्य का निजी आवास है। फिर भी विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही का ही नतीजा है कि जहां 4 वर्ष पूर्व तक अपने अच्छे परीक्षा परिणाम के लिए चर्चित यह विद्यालय पिछले कुछ वर्षों से न्यूनतम परीक्षा परिणाम के श्रेणी का दंश झेल रहा है।फिर भी प्राचार्य द्वारा यह तर्क दिया जाना कि उनके द्वारा विद्यालय प्रबंधन व पठन-पाठन में विशेष ध्यान दिया जाता है और प्रयास किया जाता है।यह अपने आप में हास्यास्पद लगता है।

मीडिया को भी गुमराह करने का किया असफल प्रयास :--इतना ही नहीं जहां शौचालय बंद होने को लेकर प्राचार्य से मीडिया द्वारा सवाल जवाब किया गया तब तक विद्यालय में कार्यरत भृत्य के द्वारा जाकर शौचालय का ताला खोल दिया गया और यह साबित करने का असफल प्रयास किया गया कि शौचालय के ताले खुले रहते हैं। लेकिन पानी के अभाव में उनका उपयोग नहीं होने की बात को प्राचार्य द्वारा खुद स्वीकार किया गया।
मेरे द्वारा विद्यालय प्रबंधन को लेकर काफी प्रयास किए जाते हैं। हां यह सही बात है कि बोरिंग पंप ट्यूबवेल में गिर गया है।इसलिए अभी नहीं निकल पाया है। फिर भी हैंडपंप है।जिसमें सभी पानी पीते हैं। क्लास रूम में भी पंखे लगे हैं।कुछ खराब हैं जिन्हें चालू कराया जाएगा। परिसर में साफ-सफाई जरूर नहीं हो पाई है।उसे कराई जाएगी।
राजेंद्र सिंह प्राचार्य
आप लोगों के द्वारा बात संज्ञान में लाई गई है जिसे मैंने मोबाइल फोन से जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत करा दिया है।और लिखित रूप से भी प्रतिवेदन दिया जाएगा।
अरविंद सिंह गहरबार
विकास खंड शिक्षा अधिकारी

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