घंटों दवा के इंतजार में बैठे रहे मरीज नहीं खुला स्टोर का ताला और ना ही आए डॉक्टर प्रसव केंद्र में प्रसूता महिलाओं को नहीं दिया जाता चाय और नाश्ता मझौली (ईन्यूज एमपी)-भले ही शासन स्तर से आम नागरिकों के स्वास्थ्यऔर बेहतरी के लिए अस्पताल के साथ कर्मचारी और दबा का भरपूर भंडार उपलब्ध कराया जाता हो। लेकिन मैदानी कर्मचारियों के लापरवाही या गैरजिम्मेवारी के चलते उन योजनाओं का लाभ आम लोगों को नहीं मिल पा रहा है। जिस कारण पूरे विभाग पर सवालिया निशान खड़ा होता है। हाल ही में ऐसा मामला जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताला में देखने को मिला।यहां इन दिनों मनमानी का आलम है। जबकि यहां स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ प्रसव केंद्र भी बनाया गया है। जहां जिम्मेवार डॉक्टर के देखरेख में ही प्रसव कराया जाना चाहिए बावजूद इसके ड्यूटी समय तक में डॉक्टर नहीं आते हैं तो सोचा जा सकता है कि रात में कैसे आते होंगे और गर्भवती महिलाओं का प्रसव रामभरोसे स्टाफ नर्सों के द्वारा कराया जाता है।गत दिनों कमोवेश यही नजारा रहा जहा।जहां सैकड़ों की तादात में मरीज 9:00 बजे सुबह से अस्पताल पहुंच गए। जबकि 12:30 बजे तक अस्पताल में सिर्फ एक चपरासी के अलावा कोई नहीं दिखा।किसी के द्वारा सूचना दिए जाने पर अस्पताल में पदस्थ एएनएम नीलू दीपांकर आई लेकिन स्टोर में ताला बंद होने के कारण मरीजों को समुचित दवा भी नहीं दी गई। इतना ही नहीं प्रसव कराने आई महिला हितग्राही द्वारा बताया गया कि संस्था में किसी तरह चाय नाश्ता वगैरह नहीं दिया गया।जबकि प्रावधान है और बजट भी दिया जाता है। इसी तरह ताला अस्पताल से संबंधित ग्रामों में मलेरिया रोधी दवा का छिड़काव भी नहीं कराया गया है। बताते चलें कि ताला अस्पताल अंतर्गत दर्जनभर ग्रामों के ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधा के लिए यहाँ आते हैं।बाबजूद जिस तरह मनमानी का आलम है वह पूरे संस्था और विभाग पर सवाल खड़ा करता है। इनका कहना मैं सुबह से दवा कराने आया हूं। लेकिन दोपहर हो गई अभी तक न तो डॉक्टर आएऔर ना ही हमारी दवा हुई। हम गरीब काफी परेशान हैं। कल्लू साहू मरीज ग्राम ताला मैं अपने पत्नी को लेकर चेक कराने आया हूं वह गर्भवती हैं। जिन्हें दबा और सुझाव चाहिए लेकिन डॉक्टर नहीं है।बार-बार गर्भवती महिला को लाने में भी काफी परेशानी होती है। विजय कुमार पनिका हितग्राही ग्राम छुही मैं अपने बेटे को दवा कराने आई हूं।लेकिन सुबह से दोपहर हो गई यहां ना तो दवा मिली और ना ही डॉक्टर आए।बड़ा मनमानी है। व्यवस्था सुधार होनी चाहिए। अशोक सिंह हितग्राही ग्राम छुही मैं सुबह से अपनी गर्भवती बहन को प्रसव के लिए यहां लाया हूं। लेकिन दोपहर हो गई अभी तक संस्था के द्वारा कोई चाय नाश्ता वगैरह नहीं दिया गया है।मैं अपने पैसे से खरीद कर लाया हूं। हीरालाल कुशवाहा ग्राम छुही ताला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ जिम्मेदार कर्मचारियों की लापरवाही से लोगों को निर्धारित प्रावधान और व्यवस्था के अनुसार स्वास्थ्य सुविधाएं तो नहीं मिलती हैं बल्कि पूरे शासन और प्रशासन की बदनामी होती है। जो गलत बात है।इसके लिए हम वरिष्ठ कार्यालय,प्रभारी मंत्री,व स्वास्थ्य मंत्रालय तक बात पहुंचाएंगे ताकि व्यवस्था का सुधार हो। प्रदीप कुमार दीक्षित अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मझौली मैं यहां एएनएम पद पर पदस्थ हूं और कल ही बताई थी कि बेटी की तबीयत खराब है मैं नहीं आऊंगी। लेकिन जब जानकारी मिली कि काफी मरीज आए हैं। और कोई नहीं है तो मैं अस्पताल में आई हूं और कुछ दवा अपने पैसे से खरीद कर लाई हूं जो मरीजों को दे रही हूं। नीलू दीपांकर एएनएम यहां प्रसव केंद्र तो है लेकिन केंद्र में जो सुविधा मिलनी चाहिए वह सुविधा का अभाव है।चाय नाश्ता वगैरह प्रसूताओं को नहीं मिलता है।वह मिलना चाहिए। संजू कटारिया स्टाफ नर्स प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताला के व्यवस्था के बारे में आपके द्वारा बात संज्ञान में लाई गई है।क्योंकि मुझे अभी जिम्मेवारी मिली है लेकिन ताला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के व्यवस्था की जानकारी नहीं है। अब जानकारी लेकर व्यवस्था सुधार का प्रयास करूंगा और जो लापरवाही करेगा उसके खिलाफ प्रतिवेदन जिला कार्यालय को भेजा जाएगा । डॉ राकेश तिवारी खंड चिकित्सा अधिकारी मझौली ताला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ताला के स्थानीय डॉक्टर पदस्थ हैं।उनको जिम्मेवारी से कार्य करना चाहिए।अब आपके द्वारा बात संज्ञान में लाई गई है तो मैं वहां की तहकीकात करवा कर व्यवस्था सुधार के लिए उचित कार्यवाही करूंगा। डॉ आर एल बर्मा मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला सीधी