सीधी (ईन्यूज एमपी)-जिले के जनपद पंचायत मझौली अंतर्गत ग्राम पंचायत बिजवार के सचिव द्वारा मृत्यु के पश्चात भी मानवता की हत्या की जा रही है जहां मृतक के परिजनों द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र लेने के लिए सचिव वह ग्राम पंचायत के चक्कर लगाए जा रहे हैं वहीं सचिव द्वारा मृतक के परिजनों का फोन तक नहीं उठाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सुखई प्रसाद कुशवाहा की मृत्यु के उपरांत उनके पुत्र रघुवीर प्रसाद कुशवाहा द्वारा करीब एक माह से अपने पिता के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पंचायत के चक्कर लगाए जा रहे हैं लेकिन पंचायत सचिव प्रमोद तिवारी द्वारा ना तो पीड़ित का फोन उठाया जा रहा है और ना ही पंचायत भवन में मुलाकात हो रही है जिसके कारण मृतक के परिजनों को समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है। एक ओर देखा जाए तो सरकार हितग्राहियों को लाभ देने के लिए कृत संकल्पित है लेकिन उनके नुमाइंदे आम लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए नजर आते हैं इसी का उदाहरण है कि पिता की मृत्यु के पश्चात उसके बेटे को मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए सचिव से आरजू मिन्नत करनी पड़ रही है जबकि यह सचिव का दायित्व है कि मृतक के परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ ही अन्य सहायता उपलब्ध कराएं।