पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-मझौली थाना अन्तर्गत पुलिस चौकी मडवास के ग्राम निधपुरी मे ग्रामीणों ने तीन भैंस चोरों जिसमें रामायण पिता भैयालाल जायसवाल उम्र 52 वर्ष निवासी अकला, कृष्णजन्म पिता रामेश्वर चतुर्वेदी उम्र 35 वर्ष निवासी अकला, राधिका पिता रामस्वरूप गुप्ता उम्र 40 वर्ष निवासी निधपुरी को छः नग भैसों के साथ सुबह 4 बजे सैकडों ग्रामीणों ने घेर कर पकडा गया है। जबकि एक पिकअप वाहन मे सात नग भैस लोडकर गिरोह के अन्य सदस्य भाग निकले हैं। पकडी भैस व्यासमुनि पिता काशी राम द्विवेदी उम्र 55 वर्ष निवासी ग्राम पंचायत मझिगवां (चमरौही) की बताई गई हैं। ग्रामीणों की सूचना पर मडवास पुलिस द्वारा तीनो आरोपियों को गिरफ्त मे लेकर मडवास चौकी मे पूंछतांछ की जा रही है। बताया गया है कि क्षेत्र अन्तर्गत सैकड़ों भैस व भैसा चोरी हुये हैं। घटना के संबंध मे ग्रामीण चन्द्रिका गुप्ता, जोखई यादव, रामावतार कोल, श्यामलाल यादव, इन्द्रभान यादव, छोट्टन यादव, बाबा सिंह, बाबूलाल कोल सहित ग्राम निधपुरी निवासी सैकड़ो लोगों ने बताया कि पशु चोरों का गिरोह काफी लम्बा है। तकरीबन दो सालों से हमारे गांव से गिरोह के सदस्यों के द्वारा चोरी के मवेशियों को चार पहिया पिकअप वाहने मे लोडकर बिक्री के लिये सरगना द्वारा प्रदेश से बाहर ले जाया जाता रहा है। और हम लोगों के द्वारा हमेशा ही पुलिस चौकी मडवास व टिकरी मे फोन के माध्यम से इसकी सूचना देते रहे हैं। किन्तु पुलिस द्वारा कभी भी मौके मे पहुंचने का प्रयास नहीं किया गया। जिसके कारण हम गांव के लोग आपसी चर्चा करके भैस चोर गिरोह को पकडने का फैसला लिया। बताया गया कि हमेशा की तरह सुनील गुप्ता पिता राजरुप गुप्ता निवासी निधपुरी के घर पर भैस ले जाने वाली पिकअप खडी देखी गई और गिरोह के सदस्य शराब, मुर्गा खा पी रहे थे। हम सभी ग्रामीण वाहन मे भैस लोड होने की प्रतिक्षा कर ही रहे थे कि तकरीबन 3 बजे सुबह वाहन स्टार्ट कर चालक दो साथियों जिसमें विनय गौतम निवासी निधपुरी व धनपत यादव निवासी भदौरा के साथ पिकअप की लाइट बंद करके और भागने लगा। बताया कि हम लोगों ने पीछ किया लेकिन वाहन चालक तेज रफ्तार में भाग निकला तब हम लोगों द्वारा इसकी सूचना पुलिस सहायता केन्द्र टिकरी को भी दी गई। लेकिन पुलिस द्वारा वाहन रोकने में दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। बताया गया कि सुबह तकरीबन 4 बजे पकडे गये ये तीनो आरोपी छः नग भैसों को गोपद नदी पार करनें के चक्कर में थे। तभी हम लोगों की नजर भैसों पर पडी और सभी ग्रामीणों ने आरोपियों को घेर लिया और धर दबोचा गया। तत्पश्चात पुलिस को सूचना देने के साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से क्षेत्र अन्तर्गत सूचना फैलाई गई। सूचना पढकर मझिगवां निवासी व्यासमुनि द्विवेदी पहुंचे और अपनी भैसों को पहचान लिया। बताया कि सोमवार की सुबह 7 बजे भैस घर से 500 मीटर दूरी पर स्थित बांध की तरफ निकली थी। और साम 3 बजे देखा तो भैसें गायब थी। तब से खोजबीन शुरू किया गया। आज व्हाट्सएप के माध्यम से पता चला एक गिरोह छः नग भैस के साथ निधपुरी मे पकडा गया है। आया तो देखा की भैस मेरी हैं। तब पुलिस चौकी मडवास मे प्राथमिकी दर्ज करवाया हूँ। लगातार हो रही मवेशियों की चोरी:-क्षेत्र अन्तर्गत नदहा, मझिगवां, सोनवर्षा, धनौर, अमहा, अमाहिया, महखोर, भदौरा, निधपुरी, आदि गांव के सैकडों ग्रामीणों ने पुलिस चौकी मडवास पहुंच कर बताया कि लम्बे अर्से से गाय, बैल, बकरी, भैस आदि मवेशियों की चोरी होती आ रही है। जिसकी लिखित सूचना भी पुलिस चौकी मे दी जाती रही है। और मवेशी लोड होते समय भी किन्तु आज तक कार्यवाही नहीं हुई है। जबकि गिरोह के सभी सदस्य स्थानीय हैं। और दिन मे घूम फिर कर जायजा लेते हैं। और रात को मवेशियों की चोरी कर वाहनों में भरकर प्रदेश से बाहर ले जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गिरोह के सदस्यों के ऊपर शंका तो बहुत दिनों से थी। लेकिन अभी तक मे पकड मे आये हैं। पुलिस महकमे पर गंभीर आरोप:-ग्रामीणों का कहना था कि गिरोह के सरगना से पुलिस की लम्बी सांठ गांठ है। और पुलिस के पास हप्ता, महीना पहुंच जाता है। यही कारण है गिरोह के लोग सरेआम लोगों के घर से मवेशियों को ले जाते हैं। और वाहनों में भर कर प्रदेश के बाहर सप्लाई करते हैं। किन्तु पुलिस प्रशासन कभी भी इन्हें रोकने टोकने का प्रयास नहीं करती है। बताया कि इसीलिए टिकरी पुलिस सूचना देने के बाद भी उक्त वाहन को रोकने की बजाय अपना हिसाब चुकता कर वाहन को छोड दिया गया है। नहीं होती ठोस कार्यवाही:-पशु चोरी का ये कोई पहला मामला नहीं हैं। विगत वर्ष भी इसी गिरोह के सदस्यों को कुशमी थाना के ददरी मे ग्रामीणों द्वारा पिकअप वाहन मे लोड भैसों सहित घेरकर पकडा गया था। जो गांव की भैसों को रात मे चोरी करके ले जा रहे थे। किन्तु पुलिस आज तक गिरोह के सरगना तक न पहुंच कर इन्हीं मजदूरों के खिलाफ छोटी मोटी कार्यवाही कर देती है। जबकी यदि कडाई से पूंछतांछ की जाय तो बहुत सारे मामलों का खुलासा हो सकता है. लेकिन पुलिस ऐसा करती दिखाई नहीं देती है। बल्कि गिरोह के सदस्यों के चौकी पहुंचते ही फोन पर सौदेबाज़ी शुरू हो जाती है। इनके मवेशी हुए चोरी:- कलावती सिंह गोड निधपुरी, रामचन्द्र केवट धनौर, रामपाल केवट, रामकृपाल केवट धनौर,भोला कोल, राम भजन केवट राजा केवट धनौर, जयपाल साहू करवाही, कन्ताली केवट, सन्तकुमार केवट, लोकनाथ केवट धनौर सहित आसपास के गांव के सैकडो ग्रामीणों की भैस आदि चोरी हुई हैं। जिसकी रिपोर्ट भी मडवास पुलिस चौकी मे की गई है। पकडे गये आरोपियों से सभी चोरियों का खुलासा हो सकता है। पर देखना है मडवास पुलिस क्या ऐसा करेगी।