सीधी(ईन्यूज एमपी)-कलेक्टर अभिषेक सिंह के निर्देशन में दस्तक अभियान की सफलता के लिये प्रशासन अपनी पूरी ऊर्जा के साथ प्रयास कर रहा है। अब इस कार्य में जन भागीदारी भी बढ़ी है। विगत 13 जुलाई को गम्भीर एनिमिक बच्चों के ब्लड ट्रान्सफ्यूजन के लिये रक्त की अनुपलब्धता की जानकारी प्राप्त होने पर कलेक्टर श्री ने त्वरित प्रतिक्रिया करते हुये प्रबुद्ध नागरिकों से इन परिस्थितियों में रक्तदान की अपील की। कलेक्टर श्री सिंह की अपील का व्यापक असर हुआ और विगत तीन दिवस में 87 व्यक्तियों ने जिला चिकित्सालय पहुँचकर स्वैच्छिक रक्तदान किया जिनमें शासकीय सेवक, प्रबुद्ध नागरिक, सामाजिक संगठनों के सदस्य, महाविद्यालयीन छात्र सम्मिलित रहे। इस अभियान में महिलाओं ने भी अपनी सहभागिता निभाई है। कलेक्टर श्री सिंह ने लोगों की इस अभिनव पहल के लिये आभार व्यक्त किया है तथा इस अभियान को जारी रखने की अपील की है। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि यह अभियान 20 जुलाई तक चलेगा जिसमें हमें और अधिक रक्त की आवश्यकता पड़ेगी। इसको ध्यान रखते हुये अधिक से अधिक लोग आगे आकर रक्तदान करें और लोगों को रक्त दान के लिये प्रेरित करें जिससे बच्चों को रक्त चढ़ाया जा सके। आगे आकर देश के नौनिहालों की रक्षा में अपना अमूल्य योगदान दें। यह अभियान आप सब के सहयोग से ही अपने उद्देश्यों की प्राप्ति कर सकेगा। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर अभिषेक सिंह के प्रयास से लोगों तक इस अभियान के उद्देश्यों की जानकारी पहुँची है जिससे सभी आगे आकर अभियान में सहयोग कर रहे हैं। 20 जुलाई तक चलाये जा रहे इस अभियान में घर-घर दस्तक दी जाकर 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है। स्क्रीनिंग उपरांत बच्चों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती किया जा रहा है, गम्भीर एनिमिक बच्चों को ब्लड ट्रान्सफ्यूजन किया जा रहा है, डायरिया, निमोनिया एवं सेप्सिस से पीड़ित बच्चों का उपचार किया जा रहा है। इसके साथ ही जन्मजात विकृतियों की पहचान की जा रही है जिससे बच्चे को समय से स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करायी जा सकेंगी। 315 बच्चों का हुआ ब्लड ट्रान्सफ्यूजन, 325 बच्चे एनआरसी में भर्ती अभी तक 1150 ग्रामों के अंतर्गत 153350 बच्चों की जानकारी कम्प्यूटर में दर्ज की जा चुकी है। जिसमें से 881 ग्रामों के अंतर्गत 124734 बच्चों का स्क्रीनिंग किया गया है। गंभीर कुपोषित होने के कारण 325 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कर उपचारित कराया जा रहा है। गंभीर एनीमिया के अभी तक 247 बच्चों का जिला चिकित्सालय में तथा 68 बच्चों का रामपुर नैकिन में ब्लड ट्रान्सफ्यूजन किया जा चुका है। इसी प्रकार से निमोनिया के 259, डायरिया के 4994 एवं सेप्सिस के 368 बच्चों को चिन्हांकित कर उपचार कराया जा रहा है। सभी ग्रामों में भ्रमण एवं बच्चों के चिन्हांकन उपरांत ग्राम सभा का आयोजन किया जाना है अभी तक 798 ग्राम सभाएँ आयोजित की जा चुकी है, शेष में भी क्रमशः आयोजित की जाएगी। यह अभियान 20 जुलाई तक चलेगा तब तक शत-प्रतिशत घरों में स्वास्थ्य दल द्वारा भ्रमण कर स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करवा लिया जाएगा।