पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-संकुल केन्द्र मडवास अन्तर्गत संचालित प्राथमिक शाला अमहा मे बीते चार माह से बच्चों को दिया जाने वाला रुचिकर भोजन स्व सहायता समूह द्वारा बंद कर दिया गया है। जिसके कारण शाला मे दर्ज छात्र पाठ शाला की रास्ता ही भूल से गये है। और शाला मे छात्रों की संख्या मे कमी दिखाई देने लगी है। विगत दिवश भ्रमण के दौरान प्राथमिक शाला अमहा पहुंची टीम को शाला मे मात्र दो बच्चे ही उपस्थित मिले हैंं। यहां पदस्थ शिक्षक दिवाकर श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालय में कुल 13 छात्र दर्ज हैं। जबकि दो शिक्षको की पदस्थापना की गई हैं। बताया गया कि शिक्षिका बरखा नामदेव प्रशिक्षण में गई हैं। शिक्षक श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि सरिता महिला स्व सहायता समूह द्वारा मध्यान्ह भोजन की जिम्मेदारी संभाली जा रही थी किन्तु बीते चार माह से समूह द्वारा मध्यान्ह भोजन बंद कर दिया गया है। जिसके कारण बच्चों की संख्या कम हो गई है। बच्चों ने स्कूल आना ही बंद कर दिया है। बताया गया कि समूह संचालक द्वारा लिखित आवेदन देते हुए अवगत कराया गया है की माह नबंवर 2018 से अप्रैल 2019 के बीच खाद्यान्न का आबंटन बहुत कम मिला है जिसमें माह नबंवर मे 1.43 कि.ग्राम, दिसंबर मे 1.625 कि.ग्राम, जनवरी मे 1.56 कि.ग्राम, फरवरी में 1.365 कि.ग्राम, मार्च मे 1.365 कि.ग्राम, तथा अप्रैल माह मे 1.43 कि.ग्राम आबंटन प्राप्त हुआ था। समूह संचालक ने लिखित सूचना देकर नये सत्र मे मध्यान्ह भोजन बनाने से इन्कार कर दिया है। समूह संचालक का कहना है कि जब तक पिछला आंबटन पूरा नहीं मिल जाता है तब तक मध्यान्ह भोजन हमारे द्वारा नहीं पकाया जायेगा। जिसकी सूचना भी वरिष्ठ कार्यालय को दे दी गई है। लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। बताया गया कि विद्यालय का छत तो ठीक लेकिन फर्श टूटा हुआ है। साथ ही विद्यालय का हैण्डपम्प खराब होने के कारण पानी की समस्या से जूझना पड़ता है। इन्हीं कारणों से अविभावक बच्चों को विद्यालय नहीं भेजते हैं। जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए विद्यालय की व्यवस्था शुचारु से बनाये जाने की मांग की गई है।