सीधी(ईन्यूज एमपी)-जिले में इन दिनों मिलावटी और दूषित खाद्य पदार्थो की भरमार है, फिर चाहे वो बाजार में खाद्य सामग्री हो, दूध हो, पानी हो या फिर फल व सब्जिया सब में कुछ न कुछ ऐसी मिलावट है जो आम आदमी के लिए घातक है लेकिन इन सब के बावजूद जिले के जिम्मेदार आंख बंद कर तमाशा देख रहे है ...? जी हां जिले में इन दिनों जिम्मेदारो की हीला हवाली के चलते दूषित खाद्य सामग्री व मिलावटी सामग्री का बोल बाला है, जगह जगह दूषित पानी से लेकर जहरीले फल व सब्जी सरलता से बिक रहे है और जाने अनजाने लोग उनका सेवन कर बीमार हो रहे, जबकी इन सब की निगरानी के लिए जिले में अलग अमला तैनात है,लेकिन दुकानदारो के अलावा शायद ही कोई है जो इन्हे पहचानता हो या इनकी कार्यवाही को जानता हो, क्यौंकि न तो इनके द्वारा मिलावटी खाद्य पदार्थो के विक्रय पर रोक लगाई जा रही है और न ही लोगो को इनके बारे में जागरूक किया जा रहा है | ज्ञात हो की जिले में खुले बाजार में दूषित खाद्य पदार्थो की बिक्री जोरो पर है लेकिन आम आदमी इसकी शिकायत किससे करे वो अनजान है, शहर में मिलावटी दूध व् इससे बने डेयरी उत्पादों की भरमार है मिलावटी मावा, मलाई पनीर सब धड़ल्ले से बिक् रहे है पर कार्यवाही शून्य है ... रोज मर्रा के जीवन में उपयोग आने वाले फल व् सब्जियों को हानिकारक जहरीले पदार्थो से तैयार किया जा रहा है, जो मानव शरीर के लिए बेहद हानिकारक है लेकिन इन सब पर कभी कोई कार्यवाही नहीं देखी गयी यंहा तक की आम आदमी को यह तक नही पता है की जो फल हम उपयोग कर रहे है वह कच्चा फल कैसे पकाया गया ह ।| कहते है जल ही जीवन है लेकिन जिले में कितने वाटर प्यूरीफायर प्लांट है इसकी जानकारी तक लोगो को नही है बस गाड़ी में भर भर के घर घर पहुँच रहा है पानी, कहाँ का पानी है कैसे फ़िल्टर हुआ है हुआ है भी या नहीं कोई रता पता नही , जिले भर में पानी की गाड़िया घूम रही है जिनके मार्फ़त डब्बो, बाटलो व पाउच में पानी दुकानों और दुकानों से लोगो तक पहुँच रहा है जबकी गौर किया जाये तो इन पाउचो में न तो उत्पादन तिथि रहती है और न ही समाप्ती फिर भी धड़ल्ले से इनका उत्पादन और बिक्री की जारी है । इसी तरह जिले में तरह तरह से मिलावटी व दूषित सामग्री बिक रही है फिर भी जिम्मेदार अमले ने न जाने क्यू आँखे बंद कर रखी है....?