सीधी (ईन्यूज एमपी)-मध्यप्रदेश शासन के मुख्य सचिव राजस्व विभाग के जारी आदेश का असर सीधी जिले में शून्य साबित हो रहा है , पूरी तरह मखौल उड़ाया जा रहा है, जी हाँ राजस्व विभाग के मुख्य सचिव द्वारा आदेश जारी कर प्रदेश के समस्त कलेक्टरों को आदेशित किया गया था की किसी भी जिले में राजस्व निरीक्षको को नायब तहसीलदार का कार्य नही सौपा जायेगा लेकिन कदाचित सीधी जिला प्रदेश की सीमा में नही है या फिर यंहा के अधिकारियो को आदेशो की नाफ़रमानी की लत है, जिसके कारण जिले में आदेश का सीधे अवेहलना करते हुए सिहावल तहसील में पदस्थ राजस्व निरीक्षक प्रदीप सिंह को नायब तहसीलदार का पदभार दिया गया है । बतादे की पूर्व में शासन द्वारा नायब तहसीलदारों की कमी के चलते रजस्व निरीक्षको को नायब तहसीलदार की शक्तियां प्रदान की गयी थी, लेकिन नायब तहसीलदारों की पर्याप्त नियुक्ती के बाद शासन द्वारा समस्त राजस्व निरीक्षको को उनके मूल पद पर वपास किया जाये लेकिन जिले में उक्त आदेश महज कागजो में सिमट कर रह गया | ज्ञात हो की सीधी जिले के आला अधिकारियो द्वारा पहले तो शासन के आदेश के अनुरूप जिले में पदस्थ समस्त राजस्व निरीक्षको को नायब तहसीलदार के पद से भारमुक्त कर उनके मूल पद पर वापस जाने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन जाने क्या बात हुई की अपने ही जारी आदेश को दूसरे दिन ही संसोधित करते हुए जिला प्रशासन द्वारा पुनः राजस्व निरीक्षको को नायब तहसीलदार पद पर बने रहने का प्रस्ताव राजस्व विभाग के उच्च कार्यालय को भेजा गया ,जबकी जिले में पर्याप्त राजस्व निरीक्षक मौजूद है बावजूद आदेशो की अव्हेलना की लत जो वरिष्ठ कार्यालय से जारी आदेश को दरकिनार कर आर आई साहब को नायब तहसीलदार का प्रभार दिया गया है ....?