सीधी(ईन्यूज एमपी)-उधारी के कर्मचारियों पर संचालित शिक्षा विभाग में भार्रेशाही चरम पर है,शिक्षा विभाग में बाबू राज हावी है,और इस कारण से काम काज की गति कछुआ चाल से चल रही है,जिस ओर किसी भी जिम्मेदार की नजर नही पड रही है| बतादे की जिले का शिक्षा विभाग इन दिनों प्रतिनियुक्ति पर संचालित विभाग बन चुका है, यहाँ ज्यादातर अधिकारी कर्मचारी उधारी के है, जिसके चलते शासकीय कामो की गति धीमी हो चुकी है,बात करे शिक्षा के अधिकार अधिनियम की तो दो सालों से एसटीएसी छात्रों की फीस का भुगतान निजी स्कूलों को नही हुआ है, जिसके चलते समस्त स्कूल संचालक लामबंद है,स्कूल संचालको की माने तो शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी काम के प्रति सजग नही है ,छोटे छोटे कामो के लिए कई कई बार कार्यालय के चक्कर लगवाये जाते है| इन तमाम बातो के चलते निजी विद्यालय संचालक बेहद परेशान है और उनकी माने तो कभी भी शिक्षा विभाग के विरोध में सभी निजी विद्यालयों में तालाबंदी हो सकती है|