सीधी(ईन्यूज एमपी)-जनपद पंचायत सीधी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत माटा अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है कभी शौचालय निर्माण की गडबडी के लिए तो कभी वाटर शेड के कामो को लेकर,इन दिनों ग्राम पंचायत माटा में मनरेगा के तहत होने वाले कामो में सम्पूर्ण जनपद में सर्वाधिक मजदूरों को काम करते बताया गया है लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है, मौके पर न तो काम चल रहा है और न ही मजदूर है, सरपंच सचिव द्वारा कागजो में मजदूरों को काम दिया जा रहा है जबकी मजदूर काम के आभाव में पलायन कर रहे है| पूर्व में भी मजदूरों को ठग चुके है....... ग्राम पंचायत के सरपंच व् सचिव द्वारा पूर्व में भी मजदूरों से कार्य तो करा लिया गया था लेकिन भुगतान नही किया गया था जिसकी शिकायत लेकर मजदूरों को सी एम् हॉउस जाना पड़ा था, वर्तमान में भी सचिव ओमप्रकाश द्वारा मजदूरों को काम नही दिया गया है, ऑनलाइन डाटा फीडिंग में सीधी जनपद के समस्त ग्राम पंचायतो में माटा में सर्वाधिक मजदूरों 244 की उपश्थिति दर्ज की गयी है, जबकी हकीकत कुछ और ही है|