सीधी/पथरौला (ईन्यूज एमपी )-जनपद पंचायत मझौली के संकुल केन्द्र टिकरी अन्र्तगत संचालित षासकिय पूर्व माध्यमिक षाला धनसेर के प्रधानाध्यापक सीवेन्द्र सिंह की मनमानी चरम पर है किन्तु प्रशासनिक अमला सब कुछ जानकर भी अनजान बना हुआ है,लिहाजा शाला प्रबंधन की मनमानी के आगे शासन द्वारा छात्र छात्राओं को दी जानें वाली सुबिधाओं से वंचित होना पड रहा है। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि विद्यालय का स्तर कमजोर होने सहित छात्रवृत्ति, गणवेष, निर्धन छात्रवृत्ति, निःषुल्क साइकल आदि के वितरण में सीवेन्द्र सिंह द्वारा की गयी गडवडी की षिकायत हम ग्रामीणों के द्वारा विगत पांच सालों से की जा रही है किन्तु विभागीय अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर खाना पूर्ति ही की जाती रही है जबकि विद्यालय के प्रधानाध्यापक सीवेन्द्र सिंह के द्वारा शिकायतकर्ताओं को लगातार रंजिशन तरह तरह से परेशान किया जाता रहा है। इसी तरह का मामला हाल ही का प्रकाष में आया है जिसमें धनसेर निवासी मुनेष कुमार साहू द्वारा बताया गया कि मेरा बालक सुनील साहू कक्षा 3 में अध्ययन रत है तथा उसके गणवेष की राषि चार सौ रूपये का चेक क्रमांक 939664 दिनांक 20/01/2018 तथा खाता क्रमांक 22180094078 जो मेरे नाम से इलाहाबाद बैंक की षाखा मझौली में संचालित है जारी किया गया है। पीडित मुनेष साहू के द्वारा बताया गया कि चेक षाला प्रबंधन समिति के द्वारा जारी किया गया है जिसकी अध्यक्ष रन्नू कुषवाहा पति सुखसेन कुषवाहा है तथा सचिव प्रधानाध्यापक सीवेन्द्र सिंह है लेकिन जारी किये गये चेक में रजिषन अध्यक्ष रन्नू कुषवाहा की मुहर के उपर सचिव सीवेन्द्र सिंह के हस्ताक्षर किये गये है तथा सचिव सीवेन्द्र सिंह की जगह पर अध्यक्ष रन्नू कुषवाहा द्वारा हस्ताक्षर करवाया गया है। बताया गया कि गांव के जितने लोग षिकायत करते है उनके बच्चों के साथ हमेषा गलत तरह का वर्ताव किया जाता है। मुनेष साहू के द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा जिला कलेक्टर सहित मीडिया से भी षिकायत की गयी थी नतीजन षाला प्रबंधन के द्वारा इस तरह का चेक जारी किया गया है तथा मेरे द्वारा बैंक में जाने पर गलत तरीके से चेक काटनें का हवाला देकर बैंक कर्मियों के द्वारा भगा दिया जाता है और जब प्रधानाध्यापक के पास सुधार की बात करता हूं तो उनके द्वारा कहा जाता है जाओं मीडिया वाले ही यह चेक सुधारेंगें। ग्रामीणों में रामसजीवन पाण्डेय, प्रसन्न द्विवेदी, रामप्रकाष कुषवाहा, ओम प्रकाष षुक्ला, रामखेलावन जायसवाल, अंजनी पयासी, मुनेष साहू सहित दर्जन भर लोंगों के द्वारा बताया गया कि हम ग्रामीण जन षिकायत करके थक गये लेकिन आज तक किसी सक्षम अधिकारियों के द्वारा विद्यालय की जांच नही की गयी बल्कि हर बार हम ग्रामीणों को झूठा साबित करनें की कोषिस की गयी है जबकि हमारे गांव की विद्यालय को सीवेन्द्र सिंह द्वारा तबेला बना दिया गया है। ग्रामीणों ने कहा प्रषासन यदि एक बार सक्षम अधिकारियों से विद्यालय की जांच करवाये तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। ग्रामीणों द्वारा जिला कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुये विद्यालय की जांच कराये जानें की मांग की है। अन्यथा ग्रामीणों के द्वारा धरना प्रर्दषन का रास्ता अपनाया जायेगा।