सीधी (ई न्यूज एमपी)-एकता अखंडता एवं समरसता का संदेष लेकर प्रारंभ हुई एकात्म यात्रा दिनांक 21 दिसंबर तथा 23-24 दिसंबर सीधी में रही। संत के रूप में अगुवाई करते हुये प्रमुख संत निरंजनी अखाड़ा महामंडलेष्वर अखिलेष्वरानंद जी के नेतृत्व में समाज को साथ लेकर जिला प्रषासन के सहयोग से सीधी के जनमानस पर अमिट और अविस्मरणीय स्मृतियां देकर जिले से विदा होकर सतना प्रस्थान कर गयी। आज सीधी जिले के कलेक्टर दिलीप कुमार के नेतृत्व में यात्रा संयोजक डाॅ. राजेष मिश्रा, के.के. तिवारी, पुलिस अधीक्षक मनोज श्रीवास्तव, एस.डी.एम रामपुर अर्पित वर्मा, जिला समन्वयक जन अभियान डाॅ. राजेष तिवारी के साथ प्रमुख संत अखिलेष्वरानंद जी के साथ यात्रा सतना जिले के जिगना रामनगर में मैहर मंदिर के पूजारी बम्बम महराज की उपस्थिति में कलेक्टर सतना मुकेष शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक राजेष हिंगड़कर को सौंपी गयी जो विभिन्न जिले से गुजरती हुई 22 जनवरी ओंकारेष्वर पहुंचेगी। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेष शासन के संस्कृति विभाग द्वारा म.प्र. जन अभियान परिषद के संयोजन में पूरे प्रदेष के 51 जिलों में यह यात्रा 4 भागों में दिनांक 19 दिसंबर को ओंकारेष्वर, उज्जैन, रीवा मचमठा, एवं अमरकंटक से प्रारंभ हुई थी। आदि गुरू शंकराचार्य की 108 फिट उंची अष्टधातु की प्रतिमा निर्माण हेतु सम्पूर्ण प्रदेष के ग्रामों से धातु संग्रहण के लिये संचालित यात्रा में सीधी जिले के 400 ग्राम पंचायतों और 30 से अधिक वार्डो में कलष पूजन के उपरान्त धातु कलष एवं मिट्टी जन संवाद के माध्यम से एकत्रित कर यात्रा को सौपा गया। अपार जनसैलाब का साक्षी बना टमसार और सीधी जनसंवाद- स्थानीय विधायक कुंवर सिंह टेकाम एवं केदार नाथ शुक्ल की अगुवाई में जिला प्रषासन के मार्गदर्षन में 23 दिसंबर को टमसार का एकलव्य विद्यालय मैदान एवं सीधी जिले का संजय गांधी मैदान एकात्मा के लिये एकत्रित हुई जनसैलाब का साक्षी बना। 20 हजार से अधिक संख्या में आये विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों नें सीधी जिले के जन संवाद को प्रदेष स्तर पर गौरवान्वित किया। विभिन्न अयोजित जन संवादों में अन्य अतिथियों में प्रदीप पटेल, अध्यक्ष अल्पसंख्यक, पिछड़ा एवं वित्त विकास निगम, नगर पालिका अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह मुन्नू, जनपद अध्यक्ष कुसमी हीराबाई एवं सीधी के जनपद अध्यक्ष शकुन्तला सिंह, जिले के एकात्म यात्रा प्रभारी डाॅ.राजेश मिश्र एवं सह प्रभारी के.के. तिवारी के साथ विभन्न धार्मिक संगठनों गायत्री परिवार, ब्रम्हकुमारी, के साथ साथ मुस्लिम धर्म गुरूओं की उपस्थित में धार्मिक एकात्मता का गवाह बनी सीधी की एकात्म यात्रा। धौहनी एवं सीधी विधायक ने चाॅदी के कलश किये भेटः- स्थानीय विधायक कुंवर सिंह टेकाम एवं केदार नाथ शुक्ल ने सम्पूर्ण विधानसभा की ओर से आदि गुरू शंकराचार्य की 108 फीट ऊची अष्टधातु मूर्ति निर्माण हेतु प्रतीक स्वरूप चाॅदी का कलश स्वामी जी को भेट किया। आदिवासी कलाकारों के सांस्कृतिक रंग में सराबोर हुई यात्रा- एकात्म यात्रा के साथ रात को सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु भारत का अद्भुत संस्कृत का बंैड ध्रुवा वाद्य वृन्द के कलाकारों नें जहां आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा संस्कृत में रचित भजनों की मनमोहक प्रस्तुतियां देकर दर्षकों को मंत्रमुग्ध किया वहीं टमसार के आदिवासी कलोकारों के 20 से अधिक नर्तक दलों नें कर्मा और सैला नृत्य की प्रस्तुतियां देकर शोभा यात्रा को रंगारंग और आकर्षक बनाया। मांदर की थाप और बांसुरी की सुमधुर धुन में आदिवासी नर्तकों के साथ कदम से कदम मिलातें हुये हजारों की संख्या में विषाल जनमानस ध्वज और पादुका के साथ अपनी एकात्मा के उल्लास में उत्साहित रहे। सीधी जिले में 10 से अधिक ग्रामों में शोभा यात्रा का आयोजन हुआ। बेटी बचाओं रथ नें एकात्मा यात्रा में दिया महिला सषक्तिकरण का संदेष- एकात्म यात्रा के साथ महिला बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओं अभियान और महिला सषक्तिकरण का संदेष देनें के लिये रथ सम्मलित किया गया जो आकर्षण का केन्द्र रही। वहीं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुतियां देकर महिला सषक्तिकरण का संदेष दिया। महामण्डलेष्वर नें बेटी को दिया कीमती उपहार एवं विवाह करानें की ली जिम्मेदारी- महामण्डलेष्वर अखिलेष्वरानन्द्र जी नें अपने सोने की रूद्राक्ष की माला मझौली के कोल परिवार की नौवी में पढ़नें वाली बालिका को देकर कहा कि जब भविष्य में इसका विवाह होगा तो मै इस बेटी के विवाह में उपस्थित रहकर विवाह में पूर्ण सहयोग करूंगा। आदिगुरू शंकराचार्य की एकात्म यात्रा में मझौली प्रवास पर एक कोल परिवार जिसके मुखिया का नाम शिवराज कोल हैं, इनसे शरारती तत्व ने षड्यंत्र के तहत भोजन बनाने के लिए कहा किन्तु एकात्म यात्रा आयोजन पक्ष के किसी भी व्यक्ति को इसकी जानकारी नही थी। स्वामी जी को भी किसी ने सूचना नही दी और वो टिकरी रेस्ट हाउस के लिये प्रस्थान कर गये। समाचार पत्र के माध्यम से जब उन्हें इसकी जानकारी हुई तो उन्होनें प्रातः षिवराज कोल के यहां अल्पाहार करनें के लिये प्रस्थान किया। उन्होनें कहा कि गलती किसी की भी रही हो परन्तु दण्ड मैं स्वयं लूंगा उन्होनें षिवराज के परिवार के साथ रोटी और चटनी खाई एवं रास्ते के लिये भी दो रोटी साथ ले गये। संत को अपनी कुटिया पर अपनें बीच पाकर षिवराज की आंखों में आसू आ गये पूरा का पूरा परिवार संत के साथ भजन में सम्मलित होकर आर्षीवाद प्राप्त कर बिदा किया। विभिन्न छात्र-छात्राओं को पुरूस्कृत किया गया- एकात्म यात्रा के पूर्व आदि गुरू शंकराचार्य पर केन्द्रित जिले स्तर पर कराई गयी विभिन्न जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं संभाषण, चित्रकला, श्लोक गायन के प्रथम, द्वितीय, एवं तृतीय स्थान प्राप्त करनें वाले छात्रों के साथ-साथ प्रत्येक विकासखण्ड में 10 वी. एवं 12 वीं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करनें वाली बालिकाओं को भी प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया वहीं। सीधी जिले के बयोवृद्ध कलाकार सारंगी बादक मोती जोगी का शाल और श्रीफल से सम्मान किया गया। इसके साथ नर्मदाष्टक पर मनमोहक प्रस्तुति देनें वाली मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व विकास क्षमता की छात्रा अमृता श्रीवास्तव को भी प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।