भोपाल (ईन्यूज़ एमपी): मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में संपन्न हुई कैबिनेट बैठक के बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया को संबोधित किया और कई अहम फैसलों और घोषणाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश की सेनाओं ने आतंक के अड्डों पर "सिंदूर अभियान" के ज़रिए करारा प्रहार किया। पीएम मोदी और रक्षा मंत्री ने सेना का मनोबल बढ़ाते हुए देश को गर्व से भर दिया। कैबिनेट की बैठक में सभी मंत्रियों ने पीएम मोदी का अभिनंदन किया। किसानों को बड़ा लाभ – 2 लाख किसानों ने कराया पंजीयन, 77.7 लाख मीट्रिक टन का हुआ भंडारण उपार्जन प्रक्रिया में अब तक 18842 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। किसानों को लाभ दिलाने सरकार प्रतिबद्ध है। धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर पर जोर देश के सभी ज्योतिर्लिंगों को एक धार्मिक सर्किट से जोड़ा जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण की लीलास्थलियों को महाराष्ट्र में विकसित किया जाएगा। नाथ परंपरा और देवी अहिल्या बाई की स्मृतियों को संरक्षित कर उनके स्थलों का विकास किया जाएगा। देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर विशेष कार्यक्रम होगा – एक कैबिनेट बैठक इंदौर में और एक महाराष्ट्र में उनके स्मृति स्थलों पर होगी। डिजिटलीकरण, लिपि, नृत्य-नाटिका और डॉक्यूमेंटेशन के जरिए सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया जाएगा। इंडस्ट्री और रोजगार के लिए नए अवसर 16 मई को इंदौर में टेक्सटाइल एक्सपो और रीजनल ग्रोथ कॉन्क्लेव का आयोजन होगा – युवाओं को मिलेगा रोजगार, 10वीं-12वीं पास भी लाभांवित होंगे। 14 मई को बैंगलुरु में निवेश कार्यक्रम होगा – हाई स्पीड मेट्रो कोच निर्माण के लिए भूमि आवंटन पर चर्चा। भारत सरकार के सहयोग से यह बड़ा प्रोजेक्ट आकार लेगा। 20 मई को इंदौर में कैबिनेट बैठक, जिसमें "विजन 2047" का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा – विकास की दिशा तय करेगा यह रोडमैप। खेलों इंडिया में एमपी की चमक एमपी के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 9 स्वर्ण, 5 रजत और 10 कांस्य पदक जीतकर छठा स्थान प्राप्त किया। हाथियों से जनजीवन की सुरक्षा – 47 करोड़ की योजना जंगली हाथियों के हमलों से ग्रामीणों को बचाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, सुरक्षा उपायों और 47 करोड़ की योजना पर काम होगा। गेहूं खरीदी में रुचि कम, कारण बाजार रेट और सरकारी रेट में अंतर इस बार किसानों ने गेहूं बेचने में थोड़ी कम रुचि दिखाई, क्योंकि मंडी भाव और समर्थन मूल्य में ज्यादा अंतर नहीं है। राजनीति पर तीखी टिप्पणी – इमरजेंसी से लेकर पीओके तक कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदिरा गांधी के अच्छे कार्यों की तारीफ होनी चाहिए, लेकिन आपातकाल और पीओके की सच्चाई को भी नहीं भुलाया जा सकता। उन्होंने दो टूक कहा, "हमने सिर्फ आतंकवादियों को जवाब दिया, पाकिस्तान ने सीमाएं तोड़ीं। अब अगर हमला हुआ तो यह युद्ध माना जाएगा," जैसा कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कहा है।