मध्य प्रदेश में मौसम का मिज़ाज बदला: 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, सीजनल बारिश 25% ज्यादा भोपाल। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय चार मौसम प्रणालियों के असर से लगातार रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक उज्जैन में 55 मिमी, इंदौर में 36, शिवपुरी में 26, खरगोन में 16, दतिया में छह, गुना और नर्मदापुरम में पांच-पांच, भोपाल और सीधी में तीन-तीन, जबकि सिवनी और रतलाम में दो-दो मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विज्ञानियों ने शनिवार को इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। अलर्ट वाले जिलों में इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर और उज्जैन शामिल हैं। प्रदेश के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। सामान्य से 25% अधिक बरसे बादल एक जून से 5 सितंबर सुबह साढ़े आठ बजे तक मध्य प्रदेश में 1031.2 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है। यह सामान्य बारिश (823.9 मिमी) की तुलना में करीब 25% अधिक है। सक्रिय मौसम प्रणालियां गहरा कम दबाव का क्षेत्र: वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और राजस्थान पर सक्रिय है, जो शनिवार तक राजस्थान-गुजरात की ओर खिसककर अवदाब के क्षेत्र में बदल सकता है। मानसून द्रोणिका: जैसलमेर से लेकर सीधी, डाल्टनगंज, दीघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। चक्रवात: उत्तर-पूर्वी अरब सागर और गुजरात तट पर हवा के ऊपरी हिस्से में सक्रिय है। इससे बंगाल की खाड़ी तक द्रोणिका बनी हुई है। विशेषज्ञों की चेतावनी मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला का कहना है कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार नमी मिलने के कारण इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में भारी से अतिभारी बारिश के हालात बन सकते हैं। पिछले 24 घंटे की बारिश शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक: * नौगांव: 80.6 मिमी * रतलाम: 56 मिमी * जबलपुर: 29.2 मिमी * टीकमगढ़: 24 मिमी * खंडवा: 21 मिमी * दतिया: 20.4 मिमी * सागर: 18.4 मिमी