enewsmp.com
Home सीधी दर्पण सीधी में मासिक क्राइम मीटिंग: बाल संरक्षण से लेकर नशाखोरी तक सख्ती के निर्देश

सीधी में मासिक क्राइम मीटिंग: बाल संरक्षण से लेकर नशाखोरी तक सख्ती के निर्देश

सीधी (ईन्यूज़ एमपी): जिले में अपराध नियंत्रण, महिला-बाल सुरक्षा और नशीली गतिविधियों पर कड़ी निगरानी के लिए आज पुलिस अधीक्षक डॉ. रविंद्र वर्मा की अध्यक्षता में मासिक क्राइम मीटिंग आयोजित की गई। पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित सभागार में हुई इस अहम बैठक में जिलेभर के तमाम थाना प्रभारियों, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने हिस्सा लिया।

बैठक में मई माह के अपराध आंकड़ों की गहन समीक्षा के साथ-साथ अपराध नियंत्रण, बाल संरक्षण, महिला सुरक्षा, अवैध खनन, नशाखोरी, और डिजिटल पुलिसिंग से संबंधित प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई।


बाल संरक्षण पर विशेष चर्चा
बैठक में बाल कल्याण समिति सीधी के अध्यक्ष श्री शांत शिरोमणि पयासी सहित समिति के सदस्यगण श्री सचिद्र मिश्रा, श्रीमती रंजना मिश्रा, श्री सिद्धार्थ तिवारी, श्री अजीत द्विवेदी एवं परिवीक्षा अधिकारी श्री अनुराग पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में निम्न विषयों पर समन्वय स्थापित करने हेतु चर्चा की गई:

1. गुमशुदा, घर से भागे एवं पोक्सो पीड़ित बच्चों के पुनर्वास की दिशा में प्रभावी प्रयास।
2. बच्चों में बढ़ती नशाखोरी की प्रवृत्ति पर रोकथाम हेतु ठोस रणनीति।
3. कबाड़ बीनने वाले बच्चों की पहचान कर पुनर्वास के प्रयास।

अपराध नियंत्रण एवं सख्त निर्देश
पुलिस अधीक्षक डॉ.रविंद्र वर्मा द्वारा थाना कोतवाली से प्रारम्भ कर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों की मई माह की वर्तमान व पूर्व वर्षों की अपराध स्थिति का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया। इसके साथ ही निम्न सख्त निर्देश दिए गए:

• नाबालिगों व युवाओं में नशाखोरी की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने हेतु मादक पदार्थों की धरपकड़ कर कठोर कार्रवाई की जाए।

• जुआ-सट्टा जैसे सामाजिक अपराधों पर सख्ती से अंकुश लगाया जाए।

• अवैध खनन एवं परिवहन में लिप्त व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई कर दोषी वाहनों को राजसात किया जाए।

• मोटर व्हीकल एक्ट के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के प्रयास हों।

• चोरी एवं गृहभेदन के मामलों में शीघ्र गिरफ्तारी कर शत-प्रतिशत संपत्ति की बरामदगी सुनिश्चित की जाए।

• जनशिकायतों की त्वरित जांच कर निष्पक्ष और न्यायसंगत कार्रवाई की जाए।

• लोक शांति में बाधा डालने वाले तत्वों पर न्यायालयीन प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए।

• लंबित स्थायी व गिरफ्तारी वारंट मामलों में शीघ्र गिरफ्तारी कर लंबित संख्या को शून्य तक लाया जाए।

• महिला एवं बाल अपराधों को गंभीरता से लेकर आरोपियों पर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

• महिला यौन उत्पीड़न के मामलों में आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाए।

• चिन्हित व गंभीर मामलों में ट्रायल प्रक्रिया को तेज कर पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाए ताकि दोषी आरोपियों को सजा मिल सके।


बैठक के दौरान पुलिस अधिकारियों को iRAD पोर्टल, CCCTNS, और e-DAR जैसी तकनीकी प्रणालियों पर भी प्रशिक्षण दिया गया। जिला रोलआउट मैनेजर श्री आशुतोष सिंह (NIC, सीधी) द्वारा यह प्रशिक्षण सड़क दुर्घटनाओं से जुड़ी रिपोर्टिंग और डेटा समेकन की गुणवत्ता सुधारने हेतु आयोजित किया गया।

बैठक में यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि जिले में अपराध, नशाखोरी और महिला-बाल उत्पीड़न को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही पुलिस प्रशासन संवेदनशीलता, तत्परता और टेक्नोलॉजी आधारित निगरानी के जरिए समाज के कमजोर वर्गों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है।

Share:

Leave a Comment