भोपाल(ईन्यूज एमपी)-- आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस है। इस मौके पर राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार (मिंटो हॉल) में विशेष राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बाघ का नाम लेते ही रोमांच और आनंद का अनुभव होता है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे प्रदेश की कैपिटल सब पर भारी पड़ रही है। ये सुखद संयोग है कि हमारे यहां दिन में सड़कों पर मनुष्य घूमते हैं और रात में बाघ। देश में कोई राजधानी ऐसी नहीं हैं, जहां रात में बाघों का ऐसा विचरण होता है।सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वन्य जीवों के संरक्षण के लिए सफल प्रयास हो रहे हैं। एशिया में चीता कहीं मिले या न मिले, लेकिन मप्र में चीता भी है। इससे इको-सिस्टम में तो सुधार होगा ही, साथ ही जंगल की सुरक्षा भी होगी। आज मध्यप्रदेश में 7 टाइगर रिजर्व हैं। 25 लाख से ज्यादा पर्यटक प्रतिवर्ष प्रदेश में आते हैं। इससे 55 करोड़ से 60 करोड़ रुपये का राजस्व प्रदेश को प्राप्त होता है। मोहन यादव शामिल हुए। यहां पर मुख्यमंत्री . यादव ने बाघों पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन भी कियागौरतलब है कि मप्र में बाघों की संख्या 785 है, जो देश में सर्वाधिक है। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान वन्य प्राणियों के संरक्षण में उल्लेखनीय काम करने वाले वनकर्मियों व अफसरों का सम्मान किया। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री राम निवास रावत ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और वन राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। राज्यमंत्री कृष्णा गौर भी कार्यक्रम के मंच पर मौजूद रहीं।