भोपाल(ईन्यूज एमपी)- दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रदेश में आमद का सिलसिला जारी है। मंगलवार को मानसून महाराष्ट्र के अकोला और गुजरात के नोसारी में पहुंच गया। वहीं, अलग-अलग स्थानों पर पांच मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं। इनके प्रभाव से हवाओं के साथ नमी आने से प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छाए हुए हैं। कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ वर्षा भी हो रही है। इसी क्रम में मंगलवार को सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में छह, छिंदवाड़ा में 0.6 एवं सिवनी में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। रीवा में सबसे अधिक तापमान प्रदेश में सबसे अधिक 44.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वातावरण शुष्क बना रहने के कारण अभी ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में तपिश बरकरार रहेगी। जबकि भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। मौसम ले रहा करवट मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में जम्मू कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तरी गुजरात एवं उससे लगे राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है। इस चक्रवात से लेकर नगालैंड तक एक द्रोणिका बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवा का रुख पश्चिमी बना हुआ है। अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं के साथ नमी आने से बादल बने हुए हैं। इस वजह से तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार कम हैं, लेकिन इस दौरान उमस बढ़ेगी। उधर भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की भी संभावना बनी हुई है।