भोपाल(ईन्यूज़ एमपी) मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने मंत्रालय वल्लभ भवन में राष्ट्रीय फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की प्रगति और कार्ययोजना की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री ने स्टेट टास्क फ़ोर्स की बैठक में निर्देश दिए कि सभी विभाग अंतर्विभागीय समन्वय और जागरूकता से फायलेरिया को जड़ से ख़त्म करने के लिये अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने निर्देश दिए कि विभिन्न विभाग मैदानी अमलों से 10 फ़रवरी से प्रारंभ हो रहे मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान में आम जन की सहभागिता सुनिश्चित करें। बैठक में स्वास्थ्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जनजातीय कार्य, जनसंपर्क, वन, नगरीय निकाय और आवास, महिला और बाल विकास, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, आयुष, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित थे। नागरिक वितरित दवाओं का अवश्य करें सेवन उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने स्टेट टास्क फ़ोर्स की बैठक में वर्तमान में प्रदेश में लिम्फेटिक फायलेरियासिस बीमारी की स्थिति, मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम.डी.ए) चक्र-2024 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये एक्शन प्लान और फायलेरिया उन्मूलन गतिविधियों के संचालन के लिये अन्य विभागों से अपेक्षायें एवं सहयोग के विषयों की वृहद् समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी संबंधित विभाग प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध-स्तर से प्रयास करें। उप मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्र के नागरिकों से अपील की है कि एमडीए अभियान में वितरित दवाओं का अवश्य सेवन करें। फायलेरिया के उन्मूलन में सहयोग करें। 7 ब्लॉक में एमडीए का हो चुका है सफल क्रियान्वयन उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के 12 जिले छतरपुर, दतिया, कटनी, पन्ना, उमरिया रीवा, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, सतना, छिन्दवाड़ा और दमोह फायलेरिया से प्रभावित हैं। फायलेरिया उन्मूलन मिशन में अब तक 42 ब्लॉक में से 7 ब्लॉक में एमडीए का सफल क्रियान्वयन किया जा चुका है। वर्ष 2024 में शेष 35 ब्लॉक में एमडीए का क्रियान्वयन किया जाना है। एमडीए 2024 के प्रभावी क्रियान्वयन की योजना एमडीए के सघन और सफल क्रियान्वयन करने के लिये स्वास्थ्य विभाग ने 12 दिन का माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। इसके तहत 3 दिन बूथ स्तर पर, 6 दिन घर-घर अभियान और 3 दिन में शेष रह गई जनता के लिए फॉलोअप गतिविधि की जायेंगी। शत-प्रतिशत दवा सेवन के लिए उच्च/वर्तमान संचरण क्षेत्रों में आमजन को जागरूक और प्रेरित किया जाएगा। विभिन्न विभागों से ज़मीनी सहयोग प्राप्त करने के लिए विभागवार अपेक्षाओं को कार्ययोजना में शामिल किया गया है। आयुक्त स्वास्थ्य डॉ सुदाम खाड़े, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्री धनंजय सिंह, मिशन संचालक एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास, उप सचिव जनसंपर्क डॉ कैलाश बुंदेला सहित विभिन्न विभागों और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी उपस्थित थे।