भोपाल (ईन्यूज एमपी)-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि छतरपुर जिले के मऊ सहानिया में बुंदेलखंड केसरी महाराजा छत्रसाल के समाधि स्थल पर छत्रसाल लोक बनाया जाएगा। उन्होंने भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में 'महाराणा प्रताप स्मारक' के भूमिपूजन के बाद यह घोषणा की। CM ने कहा, 'हमें गलत इतिहास पढ़ाया गया। अकबर महान हो गए। महाराणा प्रताप की सही जीवनी भी नहीं पढ़ाई। हम इतिहास बदल देंगे। जो सही है, वो आने वाली पीढ़ियों के सामने लाएंगे। सरकार का काम सिर्फ स्कूल, अस्पताल, पुल, पुलिया बनाना नहीं, सही इतिहास पढ़ाना भी है।' मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के स्मार्ट पार्क में बनने वाले महाराणा प्रताप स्मारक का शिलान्यास रिमोट का बटन दबाकर किया। महाराणा प्रताप स्मारक में ये होगा... CM ने बताया कि महाराणा प्रताप स्मारक की संरचना कुम्भलगढ़ दुर्ग से प्रेरित होगी। महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी। बप्पा रावल, महाराणा कुंभा, महाराणा सांगा, महाराणा उदय सिंह और दूसरे वीरों के जीवन चरित्र की प्रदर्शनी लगेगी। महाराणा के जीवन पर 20 मिनट की फिल्म प्रदर्शन के लिए इंटरप्रेटेशन सेंटर बनाया जाएगा। मेवाड़ और महाराणा प्रताप के जीवन की घटनाओं और कलाकृति प्रदर्शन करने के लिए गैलरी बनेगी। लैंडस्कैप एरिया में खुली गैलरी के जरिए प्रताप के वन में व्यतीत किए गए कालखंड को दर्शाया जाएगा। 2000 लोगों के बैठने के लिए मंच होगा। लाइट एंड शो होगा। कैफेटेरिया और दूसरी फैसिलिटीज भी होंगी। महाराणा प्रताप स्मारक के शिलान्यास कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। महाराणा प्रताप स्मारक के शिलान्यास कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। नरेंद्र तोमर बोले- शिवराज जो कहते हैं, करते हैं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा, हमारे मुख्यमंत्री की दूरदृष्टि का परिणाम है कि हम लोग महाराणा प्रताप स्मारक के शिलान्यास समारोह के साक्षी बन पा रहे हैं। उज्जैन में महाकाल लोक, ओंकारेश्वर में आदिगुरु शंकराचार्य लोक, ओरछा में राम राजा लोक, सीहोर के सलकनपुर में मैया का लोक... एक के बाद एक सांस्कृतिक अभ्युदय के कार्यक्रम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में हुए। जब फिल्म पद्मावती को लेकर आंदोलन हुआ, तो शिवराज ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाया। लोगों के बिना मांग किए ही भोपाल में महारानी पद्मावती का स्मारक बनाने की बात कही। यह वो नेता हैं, जो कहते हैं, करते हैं। महाराणा प्रताप महान पढ़ाते तो आज हिंदुस्तान दुनिया का नेतृत्व कर रहा होता तोमर ने कहा, एक समय था जब भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। दुर्भाग्य से एक समय ऐसा भी आया, जब भारत में अकबर को महान बताया जाने लगा। इसी का परिणाम है कि हम लोग लंबे कालखंड तक दुरावस्था के शिकार हुए। अगर अकबर के स्थान पर आजादी के बाद महाराणा प्रताप और महाराज शिवाजी महान थे, पढ़ाया जाता तो आज हिंदुस्तान दुनिया का नेतृत्व करने वाला राष्ट्र बन गया होता।