सागर(ईन्यूज एमपी)-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (12 अगस्त) को मध्य प्रदेश में सागर के बड़तूमा में संत रविदास मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम ने कहा- जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही थीं, तब रविदास जी ने मुगलों के कालखंड में कहा था- पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, जो लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता। प्रधानमंत्री के भाषण की बड़ी बातें... रविदास जी ने अपने दोहे में कहा- ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिलै सबन को अन्न, छोट बड़ों सब से, रैदास रहें प्रसन्न। आजादी के अमृतकाल में हम देश को गरीबी-भूख से मुक्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। कोरोना के दौर में पूरी दुनिया की व्यवस्थाएं चरमरा गईं। गरीब-दलित के लिए हर कोई आशंका जता रहा था। कहा जा रहा था कि 100 साल बाद इतनी बड़ी आपदा आई है। मैंने कहा था कि किसी को भी खाली पेट सोने नहीं दूंगा। मैं भली-भांति जानता हूं कि भूखे रहने की तकलीफ क्या होती है। हमारे प्रयासों की तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। देश में गरीब कल्याण की जितनी भी योजनाएं चल रही हैं, उनका लाभ दलित-आदिवासी-पिछड़े समाज को हो रहा है। पहले योजनाएं चुनावी मौसम के हिसाब से आती थीं। कोई भी दलित, वंचित बिना घर के ना रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास भी दिए जा रहे हैं। जल-बिजली कनेक्शन भी मुफ्त दिया गया है। आज एससी-एसटी समाज के लोग खुद अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं। सागर के नाम में ही सागर (समुद्र) है। सागर से लाखा बंजारा का नाम भी जुड़ा है। उन्होंने पानी की जरूरत समझी और इसके लिए काम किया। आज पिछड़े-आदिवासी क्षेत्रों में पानी पहुंच रहा है। हम लाखा बंजारा की योजना आगे बढ़ा रहे हैं। आदिवासी-दलित-पिछड़े वर्ग के लोगों ने राष्ट्र के विकास में भूमिका निभाई है। बाबा साहब से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का बीड़ा उठाया है। एक स्टेशन का नाम टंट्या मामा के नाम पर किया है। आज आदिवासियों को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके वो हकदार थे। मुझे विश्वास है कि संत रविदास की शिक्षाएं एकजुट करती रहेंगी। 100 करोड़ की लागत से बनेगा मंदिर-स्मारक संत रविदास मंदिर-स्मारक 11.29 एकड़ जमीन पर 100 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाना है। इसकी दीवारों पर संत रविदास के दोहे और शिक्षाएं उकेरी जाएंगी। पूरा प्रोजेक्ट नागर शैली में होगा। कला वीथिका बनेगी। भक्त निवास के साथ कई अन्य चीजें भी बनेंगी। 53 हजार गांवों से मिट्टी और 350 नदियों का जल लाया जा रहा 8 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर और स्मारक निर्माण की घोषणा की थी। संत रविदास मंदिर के लिए पूरे प्रदेश के 53 हजार गांवों से मिट्टी और 350 नदियों का जल लाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में इस साल आखिर में विधानसभा चुनाव हैं। बीते 5 महीने में पीएम मोदी पांच बार राज्य का दौरा कर चुके हैं। बीते 5 महीने में मोदी 5वीं बार मध्य प्रदेश आए 1 अप्रैल (भोपाल): पीएम ने भोपाल-दिल्ली वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई। 25 अप्रैल (रीवा): पंचायती राज सम्मेलन में शामिल हुए। वे यहां 31 मिनट बोले। मोदी ने 2300 करोड़ के रेल प्रोजेक्ट्स और 7853 करोड़ रुपए की 5 नल-जल योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। तीन ट्रेनों को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई। 27 जून (भोपाल): भोपाल-जबलपुर और भोपाल-इंदौर वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई। 1 जुलाई (शहडोल): राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 लॉन्च किया। साथ ही एक क्लिक से साढ़े 3 करोड़ हितग्राहियों को डिजिटल आयुष्मान कार्ड बांटे। 12 अगस्त (सागर): संत रविदास मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी। 1.25 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था, 5 हजार पुलिसकर्मी तैनात प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर ढाना में जनसभा कार्यक्रम स्थल पर डोम बनाया गया। 1.25 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई। 4 हजार से ज्यादा गाड़ियों के लिए पार्किंग के इंतजाम किए गए। 5 हजार से ज्यादा पुलिस बल तैनात रहा। 20 से ज्यादा IAS और IPS की भी ड्यूटी लगाई गई।