दमोह(ईन्यूज एमपी)- मध्यप्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया की भाजपा में वापसी हो गई। आज सुबह भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा की मौजूदगी में सिद्धार्थ ने पार्टी की सदस्यता ली। उनके साथ ही पांच मंडल अध्यक्ष की भी वापसी हुई है। सिद्धार्थ ने अपनी वापसी पर कहा- पार्टी का आभार कि मुझे दोबारा मौका दिया। बता दे दमोह 2021 में दमोह के विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह को 17000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था और कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन चुनाव जीते थे। राहुल सिंह इस हार के लिए मलैया परिवार को जिम्मेदार ठहराया था और पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया था। जिसके बाद संगठन ने कार्रवाई करते हुए पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को नोटिस जारी किया था और उनके बेटे सिद्धार्थ माल्या सहित पांच मंडल अध्यक्ष को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था। पूर्व वित्तमंत्री और उनके बेटे के साथ सभी ने अपना जवाब प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा को दिया था, लेकिन सिद्धार्थ की वापसी नहीं हुई। इसके बाद लगातार कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धार्थ की घर वापसी होगी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ और नगर पालिका चुनाव के दौरान सिद्धार्थ ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद शहर के 31 वार्ड में उनके समर्थकों ने tsm के बैनर तले चुनाव लड़ा था जिसमें से 5 प्रत्याशी पार्षद पद का चुनाव भी जीते थे और इसी के चलते दमोह में भाजपा की नगरपालिका नहीं बन पाई थी और कांग्रेस यहां काबिज हो गई थी। लगातार भाजपा को दमोह में हार का सामना करना पड़ रहा था जिला पंचायत में भी भाजपा हार गई थी इसके अलावा हटा नगर पालिका जहां पर भाजपा का कब्जा था वहां भी कांग्रेस ने अपना कब्जा जमाया था। 2 दिन पूर्व ही मध्य प्रदेश भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव जब दमोह आए थे तब उन्होंने कहा था कि पुराने साथियों को वापस लाकर दमोह सीट 100% जीतेंगे और 51 प्रतिशत वोट शेयर भी लेंगे। जिससे लगने लगा था कि पार्टी अपने पुराने कार्यकर्ताओं की हर हाल में वापसी करेगी और 2023 विधानसभा चुनाव के पहले समीकरण बदलेंगे और आज वही हुआ जब सिद्धार्थ सहित पांचों मंडल अध्यक्ष की वापसी हो गई इसके अलावा उन लोगों की वापसी की जाएगी जिन्होंने नगर पालिका चुनाव के दौरान पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। सिद्धार्थ माल्या की भाजपा में वापसी के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थक काफी खुशी मना रहे हैं और लिख रहे हैं कि एक ना एक दिन तो यह होना ही था।