देवास (ईन्यूज एमपी)- मध्यप्रदेश में एक बड़ा सड़क हादसा घटित हो गया है जहां देवास के सोनकच्छ में नीलगाय को बचाने के चक्कर में 50 यात्रियों से भरी बस पलट गई। हादसा इंदौर-भोपाल हाईवे पर रविवार सुबह करीब 4.30 बजे हुआ। 9 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें सोनकच्छ सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार कर देवास रेफर किया गया है। वहीं नीलगाय भी घायल हुई है, उसे इलाज के लिए वन विभाग के रेस्ट हाउस ले जाया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, वर्मा ट्रेवल्स जबलपुर की बस इंदौर जा रही थी। सोनकच्छ में ग्राम रोलु पिपलिया फाटे के पास अचानक नीलगाय बस के सामने आ गई। ड्राइवर ने गाय को बचाने के लिए बस खेत की तरफ मोड़ ली। अनियंत्रित होकर बस 20 मीटर दूर जाकर बिजली के पोल से टकराकर पलट गई। राहगीरों ने हाईवे पर तैनात डायल-100 को सूचना दी। पुलिस ने बस के कांच फोड़कर यात्रियों को निकाला। सोनकच्छ थाना टीआई नीता देअरवाल ने घायलों को एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया। सोनकच्छ सिविल अस्पताल के एमएलसी रजिस्टर के मुताबिक, 10 लोग घायल है, जिन्हें देवास रेफर किया है। इसमें लीलावती विश्वकर्मा (60) निवासी तेंदूखेड़ा, चिंटू पासवान, नरेंद्र निवासी बरेली, प्रेम पटेल रायसेन, राजकुमारी तिवारी, नरबदी बाई, प्रेम नारायण तिवारी निवासी देवास, सोनू निवासी बड़वानी, हर्षित धाकड़ निवासी बरेली शामिल हैं। वहीं विद्युत विभाग के हेल्पर रविंद्र परिहार निवासी फावड़ा, बस टकराने के बाद केबल काटने का कार्य कर रहे थे। अचानक पोल धंसने के कारण गिर गए। इससे उनके पैर में चोट आई है। हादसे के बाद बस पलटी खाकर बिजली के खंभे से टकरा गई, जिसके कारण वह और पलटी खाने से रुक गई। गनीमत यह रही कि सिंचाई के उपयोग में आने वाली एलटी लाइन रात्रि ढाई बजे बंद कर दी गई थी। अगर लाइन चालू रहती तो बस आग का गोला बनकर जल उठती और बड़ा हादसा हो सकता था। घटनास्थल से करीब 7 किमी पहले ग्राम पिलवानी में एक ढाबे पर बस का स्टॉप था। जहां बस चालक सहित अन्य सवारियों ने चाय-नाश्ता किया था। बताया जा रहा है कि चालक ने यहां पर रमजान होने से सेहरी की, उसके बाद बस अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई। घटना में मामूली चोटिल और स्वस्थ यात्री अपने सामान के साथ वर्मा ट्रेवल्स की एक अन्य बस में सवार होकर इंदौर के लिए रवाना हुए। जिन यात्रियों के सामान नहीं निकाले जा सकें उनके नाम नंबर पुलिस ने लिखे हैं। यात्रियों के सामान को इंदौर कंपनी के डिपो भेज दिया जाएगा। स्लीपर बस में करीब 50 यात्री थे।