भोपाल (ईन्यूज एमपी)-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज शुक्रवार को भोपाल आएंगी। वे 7वें अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन का शुभारंभ करेंगी। सम्मेलन में 15 देशों के 350 से ज्यादा विद्वान और पांच देशों के संस्कृति मंत्री भी शामिल होंगे। इस मौके पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर और सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता भी मौजूद रहेंगी। राष्ट्रपति दोपहर 12.20 बजे सम्मेलन का उद्घाटन कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में करेंगी। नए युग में मानववाद के सिद्धांत पर केंद्रित सम्मेलन 5 मार्च तक चलेगा। धर्म-धम्म के वैश्विक विचारों को मंच प्रदान करने वाले सम्मेलन में भूटान, मंगोलिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, थाइलैंड, वियतनाम, नेपाल, दक्षिण कोरिया, मॉरिशस, रूस, स्पेन, फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन की सहभागिता रहेगी। राष्ट्रपति के कार्यक्रम के बीच सुबह 9 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बदली रहेगी। राष्ट्रपति की सुरक्षा में 1500 से ज्यादा जवान तैनात रहेंगे। दो पहिया, चार पहिया, लोक परिवहन वाहनों का सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक रोशनपुरा चौराहे से पुराना पुलिस कंट्रोल रूम तिराहा और मछली घर तिराहा से गांधी पार्क तिराहा तक आना-जाना प्रतिबंधित रहेगा। डायवर्जन के दौरान 10वीं-12वीं के परीक्षार्थी बिना रुकावट सेंटर आ-जा सकेंगे। दूसरे देशों के संस्कृति मंत्री रखेंगे विचार शुभारंभ सत्र में श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज का उद्बोधन भी होगा। अतिथि 'द पेनारोमा ऑफ इंडियन फिलोसफर्स एंड थिंकर्स' पुस्तक का विमोचन करेंगे। पहले दिन के दूसरे-सत्र में इंडिया फाउंडेशन की गवर्निंग काउंसिल के सदस्य राम माधव की अध्यक्षता में मिनिस्टर-सत्र में भूटान, श्रीलंका, नेपाल और इंडोनेशिया के संस्कृति मंत्री विचार रखेंगे। 4 मुख्य सत्र में 25 विद्वानों का होगा संबोधन तीन दिवसीय सम्मेलन में 4 मुख्य सत्र में 25 विद्वान विचार रखेंगे। इसी दौरान 15 समानांतर सत्र भी होंगे, जिसमें सम्मेलन की थीम 'नए युग में मानववाद का सिद्धांत' पर केंद्रित 115 शोध-पत्र पढ़े जाएंगे। पहले दिन उद्घाटन-सत्र के अतिरिक्त अनूठा मंत्री सत्र भी होगा। इसमें 5 देशों के मंत्री सांस्कृतिक सामंजस्य और विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे। इस सत्र में भूटान, श्रीलंका, इंडोनेशिया, नेपाल और भारत के मंत्री शामिल होंगे। कीनोट सत्र में राम जन्म-भूमि न्यास के सचिव स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज, श्रीलंका के प्रो. कोटापितिये राहुल अनुष्का थेरो और स्वामीनारायण शोध संस्थान अक्षरधाम के महोमुखोपाध्याय साधु भद्रेश दास विचार व्यक्त करेंगे। मुख्य सत्र में अमेरिका से प्रो. डेविड फ्रॉले, ब्रिटेन के डॉ. इयान बेकर, दक्षिण कोरिया के प्रो. जियो ल्योंग ली, थाइलैंड से डॉ. सुपची वीरपुचांग, चिन्मय मिशन के स्वामी मित्रानंद और पंजाब केंद्रीय विवि के चांसलर प्रो. जगबीर सिंह मौजूद रहेंगे। सम्मेलन के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मध्यप्रदेश की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर की प्रस्तुति की जाएगी। इसमें जनजातीय नृत्य और देश-विदेश में प्रसिद्धि पा चुके मध्यप्रदेश की धूलिया जनजाति के गुदुमबाजा का भी प्रदर्शन होगा। साथ ही मां नर्मदा को समर्पित लोकगीतों की प्रस्तुति भी होगी।