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Home मध्य प्रदेश *एमपी सरकार बांटेगी 15.24 लाख जूते-चप्पल और 18.21 लाख साड़ियां,पहले और बाद में होगी जांच......*

*एमपी सरकार बांटेगी 15.24 लाख जूते-चप्पल और 18.21 लाख साड़ियां,पहले और बाद में होगी जांच......*

भोपाल (ईन्यूज एमपी)-आदिवासी व अन्य इलाकों में तेंदूपत्ता जमा करने वालों को राज्य सरकार इस साल भी साड़ियां, जूते-चप्पल, छतरी और पानी की बोतल बांटने जा रही है। लेकिन सरकार इस बार ज्यादा सतर्क है और इन सामान की बांटने से पहले और बाद में जांच भी कराएगी, ताकि कोई इनकी क्वालिटी पर सवाल न उठा सके।


दरअसल, 2018 के विधानसभा से पहले भी सरकार चरण पादुका योजना लाई थी, जिसमें 261 करोड़ रु. में आदिवासियों व तेंदुपत्ता संग्राहकों को ये सामान बांटा गया था, लेकिन कांग्रेस ने बांटे गए जूतों से कैंसर फैलने की बात उठाकर माहौल गरमा दिया था।

इस बार सरकार ऐसे हालात नहीं बनने देना चाहती, इसलिए ज्यादा सख्ती से सभी प्रोडक्ट की बारीकी से जांच कराएगी। इस बार भी 261 करोड़ रु. में 18.21 लाख साड़ियां, 15.24 लाख जोड़ी जूते-चप्पल, इतनी ही छतरी और पानी की बोतल की खरीद होनी है। वन विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के ब्याज से मप्र लघुवनोपज संघ यह राशि खर्च करेगा।

इस बार होगी इतनी खरीदी


जूते 15.24 लाख 291 रुपए 44.35
चप्पल 15.24 लाख 195 रुपए 29.72
साड़ियां 18.21 लाख 402 रुपए 73.20
पानी की बोतल 15.24 लाख 285 रुपए 43.43
छतरी 15.24 लाख 200 रुपए 30.48
(परिवहन, जीएसटी व अन्य खर्च 40.51 करोड़ रुपए अतिरिक्त)

13 जनवरी को संघ के संचालक मंडल की बैठक में क्वालिटी और इनकी डिजाइन को मंजूरी दे दी गई। इसकी अध्यक्षता वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने की। सदस्यों ने तय किया कि 2018 की तरह ही डिजाइन, स्पेसिफिकेशन और क्वालिटी रखी जाना है।

सैंपल का परीक्षण करने वाली एजेंसी भी 2018 की ही होगी। छतरी की जांच लघु वनोपज संघ द्वारा निर्धारित संस्था करेगी। सप्लाई व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है। जिला यूनियनों को चार समूहों में बांटा गया है। सप्लायर संस्था दो से अधिक समूहों को सामग्री नहीं दे सकेंगी।

एमएसएमई विभाग ने हाल ही में भंडार क्रय नियम जारी किए। इसमें तय किया गया है कि हस्त शिल्प एवं हथकरघा विकास निगम, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड और पावरलूम बुनकर सहकारी संघ बुरहानपुर से सामग्री खरीदी जा सकती है। इसमें साड़ी व अन्य सामग्री शामिल हैं। सूत्र बता रहे हैं कि पिछली बार भी इन संस्थाओं से एनओसी ले ली गई थी। इस बार भी एनओसी की तैयारी है।

2022 में तेंदूपत्ता जमा करने का काम करने वाले कार्डधारी को ही सामग्री मिलेगी। इसमें परिवार के पुरुष को जूते, महिला को चप्पल व साड़ी, प्रत्येक परिवार को एक छतरी और पानी की बोतल दी जाएगी।

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