सीधी लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल शुक्रवार को सीधी पहुंचे। जिले की सड़को एवं भवन निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया। राष्ट्रीय राजमार्ग 75 सीधी-सिंगरौली के निरीक्षण के दौरान अग्रवाल ने कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की। वहीं सीधी से ब्यौहारी सड़क बना रही जीव्हीआर कंपनी द्वारा कराए जा रहे कार्य की गुणवक्ता पर सवाल उठाए। निर्माणधीन सड़क के जांच के लिए कंक्रीट कोर कटर काटने के निर्देश दिए गए। जिस पर कंपनी के कर्मचारी कंक्रीट कटर लेकर सिंगरौली तक पीएस के पीछे दौड़ते रहे। पीएस के सामने रखे गए कंक्रीट कटर जांच हेतु लैब मे भेजने के निर्देश दिए गए। सिंगरौली कलेक्ट्रेट की जांच कर लौटते समय सिंगरौली-सीधी मार्ग, कुचवाही-तरका मार्ग तथा परियोजना क्रियान्वयन एजेंसी के द्वारा कराए जा रहे भवन निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। बावजूद, सड़क की दुर्दशा पर बोलने से अग्रवाल बचते रहे। खानापूर्ति कर चले गए अग्रवाल सिंगरौली आए और निरीक्षण की खानापूर्ति करके चले गए। उन्होंने नवनिर्मित कलेक्ट्रेट भवन का जायजा लिया। इसके बाद गोरबी होते हुए निर्माणाधीन सीधी-सिंगरौली फोरलेन का निरीक्षण किया। वहां से सीधी के लिए रवाना हो गए। साथ में विभाग के चीफ इंजीनियर, अधीक्षण यंत्री समेत अन्य अधिकारी थे। बताते चलें कि लोक निर्माण विभाग की ओर से जिले में सड़क निर्माण में लगभग 20 करोड़ की घपलेबाजी तत्कालीन कार्यपालन यंत्री देवेंद्र कुमार खरे और ठेकेदारों की मिलीभगत से किए जाने की शिकायत है। हुआ यह था कि बिना सड़कों के निर्माण के ही रकम का भुगतान कर दिया गया था। मामले की जानकारी मंत्री को भी थी। प्रमुख सचिव के आने को लेकर कयास लगाया जा रहा था कि जांच करेंगे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मगर, आए और कलेक्ट्रेट भवन का निरीक्षण कर चले गए। मेरे द्वारा सड़क एवं अन्य निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। उद्देश्य कार्रवाई करना नहीं बल्कि कार्य को गुणवक्ता के साथ कराना है। जिनके द्वारा गुणवक्ता व निर्माण कार्य मे लापरवाही बरती गई है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रमोद अग्रवाल, प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग मप्र भोपाल