आज भी लोग दाऊ साहब को सम्मान के साथ याद करते हैं - "हमारी विरासत: अर्जुनसिंह" कार्यक्रम में अजयसिंह भोपाल 05 नवंबर, 2020| प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व॰ अर्जुनसिंह के जन्मदिवस पर आज चुरहट में उनके समाधि स्मारक पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह और अन्य स्थानीय नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की| इस अवसर पर उनकी याद में सीधी में आयोजित "हमारी विरासत- अर्जुनसिंह" कार्यक्रम में अजयसिंह ने कहा कि आज हम उस शख्सियत की याद में एकत्र हुये हैं जिन्होंने अपनी उदारता से न केवल मध्यप्रदेश बल्कि देश में अपनी पहचान बनाई| राजनीति में संवेदनशीलता उनके कर्म का मूल मंत्र था| उनके इसी व्यक्तित्व की वजह से आज भी लोग उन्हें इज्जत के साथ मन से याद करते हैं| इसकी झलक मैंने अभी हाल ही में अपने चुनावी दौरे के दौरान महसूस की| हर जगह उनके समकालीन नेता आज भी उनकी बात करते हैं| उनसे मिलने वाले हर व्यक्ति के पास दाऊ साहब द्वारा मदद करने की एक न एक याददाश्त जरूर रहती है| उन्होंने कहा कि आदरणीय दाऊ साहब के लंबे राजनीतिक जीवन में उन्होंने अपनी कार्यशैली से हमेशा लोगों को यह संदेश दिया कि "जीवन एक संघर्ष है, जिसमें आत्मविश्वास के सहारे रास्ता बनाया जा सकता है|" वे कितने ही बड़े पद पर क्यों न पहुँच जाएँ लेकिन उनके पैर हमेशा जमीन पर रहते थे| इसलिए वे अपने आपको "कांग्रेस के सिपाही" के रूप में संबोधित करते थे| राजनीति में उन्होंने हमेशा धैर्य रखा| गरीब लोगों के लिए काम करना उनकी राजनीतिक यात्रा के प्राथमिकता क्रम में था| यही कारण है कि बड़े बड़े निर्णयों में स्व॰ इंदिराजी और राजीवजी उनकी सलाह को काफी गंभीरता से सुनते थे| उनके वक्तव्य भी सदन में बड़ी गंभीरता से सुने जाते थे| अजयसिंह ने कहा कि वे प्रतिपक्ष को पूरा सम्मान देते थे| भले ही विचारधारा कुछ भी हो लेकिन मन में राजनीतिक कटुता बिलकुल भी नहीं थी| जनहित के कामों में वे विपक्षी पार्टी के नेताओं से मशविरा करने में कभी गुरेज नहीं करते थे| लेकिन आज की राजनीति में अब वह बात नहीं रह गई है| आज स्व॰ अर्जुनसिंह हमारे बीच नहीं है लेकिन उनके आदर्श हम सभी को हमेशा रास्ता दिखाते रहेंगे|