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Home मध्य प्रदेश कॉलेजों के पाठ्यक्रम में होगा बदलाव, इसी सत्र से लागू करने की तैयारी.....

कॉलेजों के पाठ्यक्रम में होगा बदलाव, इसी सत्र से लागू करने की तैयारी.....

भोपाल(ईन्यूज एमपी)- उच्च शिक्षा विभाग स्नातक प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रहा है। आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस के विषयों में 25% पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा। पाठ्यक्रम बनाने वाली समिति ने नए टॉपिक जोड़कर नया सिलेबस मंजूरी के लिए समन्वय समिति को भेज दिया है। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सिफारिश है कि पाठ्यक्रम में इसी साल से बदलाव किया जाए, जबकि कॉलेज के शिक्षकों का कहना है कि नया पाठ्यक्रम नए शिक्षण सत्र से लागू होना चाहिए।

बीए, बीकॉम और बीएससी के पाठ्यक्रम को लेकर कुछ दिन पहले समीक्षा की गई। जिसके बाद विशेषज्ञों ने पाठ्यक्रम में बदलाव का सुझाव दिया। सूत्रों के मुताबिक कॉमर्स में जीएसटी और टैक्स, साइंस में नए रिसर्च-आविष्कार समेत अन्य टॉपिक शामिल करने पर जोर दिया। उच्च शिक्षा विभाग ने 25 फीसद पाठ्यक्रम अपग्रेड करने की जिम्मेदारी अलग-अलग विश्वविद्यालय को सौंपी।



बरकतउल्ला विवि को विज्ञान, भोज विश्वविद्यालय को कॉमर्स और अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय को आर्ट्स विषय में बदलाव करना था। कोर्स अपग्रेड पर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने सहमति दी और प्रस्ताव को समन्वय समिति को भेज दिया है। अब जल्द ही राज्यपाल की अध्यक्षता में होने वाली समन्वय समिति की बैठक बुलाकर पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर निर्णय किया जाएगा। संभवतः दीपावली बाद नवंबर के अंत तक समिति इसे हरी झंडी दे सकती है। इसके बाद कॉलेजों में नए सिलेबस के साथ पढ़ाई करवाई जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक तीन से पांच साल के भीतर पाठ्यक्रम अपग्रेड होता है। प्रक्रिया इन दिनों चल रही है। फिलहाल समन्वय समिति को अपग्रेड सिलेबस पर मंजूरी देना है।

प्रोफेसर वर्तमान सत्र में सिलेबस बदलने के खिलाफ

अपग्रेड पाठ्यक्रम इस सत्र से लागू नहीं करने को लेकर शिक्षक इसलिए अड़े हुए है, क्योंकि उन लोगों ने विद्यार्थियों को पढ़ाना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जिन विद्यार्थियों ने यूजी फर्स्ट ईयर में प्रवेश लिया है उनकी अक्टूबर से ऑनलाइन क्लासेस शुरू हो चुकी है। अभी तक विभाग ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि पाठ्यक्रम में किन टॉपिक्स को बदला है। बेहतर होगा कि अगले सत्र से नया पाठ्यक्रम रखा जाए।

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