सीधी (ईन्यूज एमपी)- जिले के जनपद पंचायत सिहावल क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत भरुही के सरपंच समेत सैकड़ों ग्रामीणों द्वारा जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है, जिसमें ग्राम पंचायत भरुही व बारपान में हो रही रेत निकासी व बेरोजगारों के साथ भेदभाव को लेकर प्रशासन से अपने मांगे रखी गई है। बहरी क्षेत्र अंतर्गत भरुही रेत खदान से रेत निकासी हेतु जिन ठेकेदारों को ठेका दिया गया है उनकी मनमानी इस कदर हावी है कि उनके विरोध में आज ग्राम पंचायत भरुही की सरपंच और सैकड़ों ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंच गए जहां उनके द्वारा प्रशासन के समक्ष ज्ञापन देते हुए बताया गया है कि स्वीकृत भरुही खदान का न तो अभी तक सीमांकन कराया गया है और ना ही उसकी चौहद्दी तय की गई है। जहां से सैनिक फ्रूट लिमिटेड कंपनी द्वारा मनमानी तौर पर निर्धारित क्षेत्रफल से कई गुना ज्यादा क्षेत्र से बड़ी बड़ी मशीनों द्वारा दिन रात रेत की निकासी की जा रही है, एवं स्थानीय मजदूरों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है साथ ही शासन द्वारा निर्धारित क्षेत्रफल से बाहर जाकर रेत की निकासी की जा रही है जिसके कारण सरकार को राजस्व की क्षति भी हो रही है, अपने आवेदन में ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि भरुही व बारपान रेत खदान से निकलने वाले भारी भरकम वाहनों की वजह से सड़कों में दिन-रात धूल का गुबार उड़ता रहता है जोकि स्थानीय ग्रामीणों के लिए घातक है इसलिए हमारी मांगे हैं की सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाए उन्होंने आगे बताया कि खदानों में भी बाहर से मंगाए गए करीब आधा सैकड़ा लोग काम कर रहे हैं जबकि कोरोना महामारी के कारण बेरोजगार हुए शिक्षित युवा दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। सरकार द्वारा दिए गए रेत के ठेके से ठेकेदार की ठाठ कुछ इस कदर हावी हुई है कि आम आदमी तो आम आदमी जनप्रतिनिधि भी इनसे घबरा गए हैं और जिला प्रशासन की ओर आशा भरी नजरों से देख रहे हैं, अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इन्हें राहत दिलाता है या फिर पुराने ढर्रे पर ही रेत कारोबार की गाड़ी दौड़ती रहती है