सीधी(ईन्यूज एमपी)-खाद,बिजली, पानी समय पर किसानों को उपलब्ध नहीं हो रहा है |फसल सूख रही है|ऐसे में जब पैदावार ही नहीं होगी ,तब किसान बेचेगा क्या? केंद्र व राज्य सरकारों की सुविधाएं सिर्फ कागजों तक है |जमीनी हकीकत कुछ और है| कांग्रेस मीडिया प्रभारी सोमेश्वर सिंह ने उक्त आशय के जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि प्रदेश में जलाशय भरे हैं |कोयले की आपूर्ति हो रही है |बिजली उत्पादन पूरी क्षमता से हो रहा है |बावजूद इसके भी किसानों को बिजली नहीं दी जा रही है| आखिर बिजली चली कहां जाती है| उन्होंने आगे कहा है कि सीधी जिले में ट्रांसफार्मर से लेकर बिजली के तार, केवल व अन्य सामग्री की खरीदी में व्यापक पैमाने पर कमीशन खोरी की गई है |मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति हुई है |यही कारण है कि जगह-जगह ट्रांसफार्मर जल रहे हैं |लाइन में फाल्ट हो रहा है |और बिजली सप्लाई बाधित हो रही है |यह भी ज्ञात हुआ है की विद्युत वितरण केंद्रों में रेगुलेटर लगा दिए गए हैं ,जो ग्रामीण क्षेत्रों में कम पावर की बिजली सप्लाई करते हैं | ताकि अत्यधिक दाब के कारण ट्रांसफार्मर वह लाइने ना जले |अन्यथा विभाग की पोल खुल जाएगी | कांग्रेश मीडिया प्रभारी ने सरकार के कृषि विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री जी कृषि विधेयक के नाम पर देश में झूठ और भ्रम फैला रहे हैं | सरकार किसानों को कंगाल बना रही है| उसके ऊपज और जमीन को बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सौंप देना चाहती है |जो सरकार समय पर किसानों को यूरिया खाद नहीं दे सकती वह किसानों का क्या भला करेगी | यही कारण है कि सीधी जिले में जगह जगह आज बिजली की शिकायतें आ रही हैं किसान परेशान हैं | कांग्रेस पार्टी ने सदैव परंपरागत तरीके से किसानों के लिए संघर्ष किया है |किसानों ने देश के आजादी के लिए बलिदान दिया है |चाहे वह बिहार बंगाल का नील आंदोलन हो या फिर बारदोली अथवा चौरी चौरा| कांग्रेस पार्टी मौजूदा सरकार के किसान विरोधी नीतियों को बर्दाश्त नहीं करेगी| आवश्यकतानुसार जहां जैसी जरूरत पड़ी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन करेगी|