उज्जैन (ईन्यूज एमपी)-आय से अधिक संपत्ति के मामले में मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस ने उज्जैन जिले के बड़नगर के प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ) कुलदीप किंशुक के तीन घरों पर एक साथ छापे मारे। जांच में साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा की बेहिसाबी संपत्ति मिली है। 12 साल की नौकरी में कुलदीप को वेतन करीब 22 लाख रुपये मिला, लेकिन उसके पास अब तक 5.63 करोड़ रुपये की जायदाद मिल चुकी है। वर्तमान में वह सहायक राजस्व निरीक्षक है, लेकिन उसके पास कार्यभार प्रभारी सीएमओ का है। लोकायुक्त पुलिस के निरीक्षक राजेंद्र वर्मा ने बताया कि जून में कुलदीप किंशुक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। जांच के बाद मंगलवार को यह कार्रवाई की गई। बड़नगर में सरकारी आवास पर सुबह 5:30 बजे लोकायुक्त निरीक्षक संतोष जमरा व विशाल रेशमिया के साथ टीम पहुंची। किंशुक ने ही दरवाजा खोला था। लोकायुक्त टीम ने अपना परिचय दिया तो उसके होश उड़ गए। लोकायुक्त पुलिस को यहां से 22 हजार रुपये नकद मिले। बैंकों की 55 से अधिक पासबुक सहित बैंक, सचिव व सीएमओ की सीलें और कुछ कंस्ट्रक्शन साइट के बिल भी मिले। सरकारी आवास पर उसका दोस्त मुकेश परमार भी था। यह संपत्ति मिली - माकड़ोन में दो मकान, एक प्लॉट, साढ़े 21 बीघा जमीन, एक दुकान, आधा किलो सोने के जेवर, 2.50 किलो चांदी के आभूषण व दो कार, दो स्कूटी व दो बाइक। - उज्जैन में एक मकान, दो निर्माणाधीन मकान, एक निर्माणाधीन होटल। - बैंक खातों की 55 पासबुक, एक करोड़ से ज्यादा जमा। - करीब साढ़े तीन लाख रुपये नकद मिले।