सीधी(ईन्यूज एमपी)- हिंदी दिवस के अवसर पर प्रगतिशील लेखक संघ के तत्वाधान में कल इंद्रावती नाट्य ग्रुप के सभागृह में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रलेस अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार सिंह ने की| प्रारंभ में सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित किया गया| इस अवसर पर शहर के लेखकों कवियों साहित्यकारों एवं रंग कर्मियों ने अपनी सहभागिता तथा उपस्थित दर्ज कराई| संगोष्ठी की शुरुआत नवोदित कवि अंजनी लाल अकेला के सरस्वती वंदना से हुई| हिंदी दिवस पर विचार व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने कहा हिंदी लोक भाषा का समुच्चय है, हिंदी को लोक भाषा ही समृद्ध करती है |परंतु आज लोग भाषा विलुप्त हो रही है| यह कितने दुर्भाग्य की बात है कि भारत में ही अपनी हिंदी भाषा के लिए दिवस मनाना पड़ रहा है| सरकार के पास राजभाषा दिवस मनाने के लिए समय नहीं है| जन भाषाओं ने ही मिलकर हिंदी को समृद्ध बनाया है इसीलिए हिंदी से ज्यादा लोकतांत्रिक दूसरी भाषा नही हैै |हिंदी भाषा हमारे संस्कार में है | जन भाषाओं के सतत विकास से ही हिंदी भाषा समृद्ध होगी सरकारी तंत्र सिर्फ हिंदी के संरक्षण और संवर्धन में सहयोग कर सकता है|