सीधी (ईन्यूज एमपी)-विगत दिनों वनांचल क्षेत्र कुसमी में हुए नायब तहसीलदार पर प्राणघातक हमले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है जिसमें एक नाबालिग समेत दो आरोपी शामिल पाए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों में देवीदीन जयसवाल पिता प्रेम लाल जयसवाल निवासी टंमसार शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत द्वारा बताया गया कि दिनांक 1 सितंबर 2020 रात्रि करीब 9:00 बजे कुसमी नायब तहसीलदार लवलेश मिश्रा पर अज्ञात आरोपियों द्वारा प्राणघातक हमला करने की सूचना प्राप्त हुई थी जिसके बाद आरोपियों की लगातार तलाश की जा रही थी,अलग अलग टीमें आरोपियों कि पतासाजी में जुटी थी,जहां तहसील के सामने चाय की गुमटी चलाने वाले देवीदीन जयसवाल से संदेह के आधार पर सख्ती से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी द्वारा ही तहसीलदार पर प्राणघातक हमला किया गया है और साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से घटना में प्रयुक्त हथियार को छुपा दिया गया था। आरोपी देवीदीन जयसवाल पिता प्रेमलाल जयसवाल निवासी टंमसार थाना कुसमी जिला सीधी एवं अन्य संदेही द्वारा जुर्म कबूलते हुए बताया गया है कि नायब तहसीलदार के द्वारा लगभग 1 सप्ताह पूर्व से ही इस बात को लेकर कि जब से तुम्हारी दुकान खुली है तब से यहां पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है और आए दिन छोटी-मोटी चोरियां होती रहती है यहां खंभे पर लगी लाइट भी चोरी हो गई है ऐसा लगता है कि तुम्हारे यहां बैठने वाले लोग ही चोरी करते हैं अगर यहां असामाजिक तत्वों का बैठना बंद नहीं करोगे तो तुम्हारी गोमठी का अतिक्रमण हटवा दूंगा ऐसा कहा गया था। इसी बात से आहत होकर 1 सितंबर को रात्रि लगभग 9 बजे जब तहसीलदार अपने आवास के सामने थे तभी आरोपी देवीदीन ने तहसीलदार लवलेश मिश्रा पर पीछे से गर्दन पर धारदार हथियार कुल्हाड़ी से वार किया तथा जब वे गिरने लगे तब पुनः एक प्रहार एवं गिरने के बाद एक प्रहार और किया एवं उनको मरा हुआ मानकर आरोपी देवीदीन जयसवाल व विधि विरुद्ध बालक(नाबालिग) पीछे स्थित तालाब में जाकर कुल्हाड़ी और चप्पल धुले जिसमें अपचारी बालक की एक चप्पल वही कीचड़ में फंस कर छूट गई और टांगा को अपनी दुकान के बगल में वाले खाली कमरे में लाकर छुपा दिया एवं साइकिल से अपने कमरे पर पहुंच कर अपने कपड़े कब में रख दिए। घटना में प्रयुक्त हथियार व आरोपी की घटना वक्त पहने हुए कपड़े चप्पल एवं टब जप्त कर आरोपी को न्यायालय के समक्ष एवं एक अन्य को बाल कल्याण समिति के माध्यम से किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया। संपूर्ण कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित टीम का विशेष योगदान रहा है ।