सीधी (ईन्यूज एमपी)-जिला सहकारी बैंक सीधी में भ्रष्टाचार की रेल रुकने का नाम नहीं ले रही है लंबे समय से अध्यक्ष विहीन बैंक की सीईओ की कुर्सी भी अब उधारी पर चल रही है, जिसके चलते लचर प्रशासनिक व्यवस्था का दुरुपयोग किया जा रहा है व मनमानी अपने वास्तविक रूप में उभर कर सामने आ रही है, संक्षेप में कहें तो अब जिला सहकारी बैंक सीधी को सीईओ की दरकार है। जी हां काफी लंबे समय से खाली जिला सहकारी बैंक सीधी के अध्यक्ष पद पर भले ही कलेक्टर प्रशासक के तौर पर तैनात है लेकिन उनकी व्यस्तता का कहीं न कहीं गलत फायदा उठाया जा रहा है जबकि अपेक्स बैंक के AO को प्रभारी सीईओ के तौर पर बैठा तो दिया गया है, लेकिन दो- दो जिलों की कमान संभाले प्रभारी सीईओ एसपी सिंह की पकड़ ढीली पढ़ रही है, नतीजा भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं जिला सहकारी बैंक के वर्तमान प्रभारी सीईओ एसपी सिंह जो मूलतः अपेक्स बैंक के AO हैं, यूरिया की कालाबाजारी रोक पाने में अक्षम है,वही इनकी सह पर इन दिनों धान उपार्जन केंद्रों का प्रभारी बनने के लिए समिति प्रबंधकों में अच्छी खासी दौड़ देखी जा रही है। वही दूसरी ओर सीधी शाखा में अटैच शेर बहादुर सिंह को बीएम बरगवां बनाने वास्ते तगड़ी रस्साकशी का खेल जारी है। जबकि गौर किया जाए तो उनके ऊपर पूर्व में कई गंभीर आरोप है सेमरिया शाखा प्रबंधक रहते हुए उनके द्वारा अनेक अनैतिक कामों को अंजाम दिया जा चुका है बावजूद इसके 31 अगस्त को रिटायर हो रहे बरगवां बीएम की जगह हासिल करने के लिए शेर बहादुर सिंह द्वारा एसपी सिंह पर जोर आजमाइश की जा रही है। गौरतलब है कि जिला सहकारी बैंक पूर्व में कई बार भ्रष्टाचारियों कि जंग में रहा है एवं इसका जमकर शोषण किया जा चुका है और एक बार फिर से हालात कुछ उसी और बैंक को खींच रहे हैं कारण की सीईओ के कुर्सी पर उधारी के अधिकारी बैठे हुए हैं बहरहाल अध्यक्ष की उपस्थिति में कलेक्टर प्रशासक होते ही हैं लेकिन इन दिनों उनकी व्यस्तता के कारण उनकी अनुपस्थिति का जमकर फायदा उठाया जा रहा है लेकिन अब जिले को कम से कम एक स्थाई स्वच्छ छवि के दमदार सीईओ की दरकार है जो सहकारी बैंक की डूबती नैया को संभाल सके।