सीधी (ईन्यूज एमपी)-कोरोना संक्रमण के कारण विद्यालय बंद हैं, छात्रों के पठन पाठन की व्यवस्था दूरदर्शन से एवं डिजिलेप व्हाट्सप्प माध्यम से संचालित हो रही है। इसके साथ ही ऑनलाइन शिक्षण भी कराया जा रहा है। सभी प्राचार्य, शिक्षक “हमारा घर हमारा विद्यालय” कार्यक्रम अंतर्गत पुस्तक वितरण, प्रवेश एवं पालकों और छात्रों से संपर्क कर रहे है। इस बदली हुई परिस्थिति में शिक्षकों का फेस टू फेस प्रशिक्षण कराना संभव नहीं है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा चलाई जा रही ऑनलाइन गतिविधियों के आधार पर जिले के हाईस्कूल व हायर सेकंडरी विद्यालयों में अध्यापन कराने वाले 14 विषयों के 1300 शिक्षकों के लिए सामान्य शैक्षणिक और विषय विशेष सामग्री पर प्रशिक्षण प्रारंभ हो चुके हैं। एपीसी डॉ. सुजीत कुमार मिश्र ने बताया कि प्रत्येक प्रशिक्षण 2 घंटे का है, प्रशिक्षण के अंतर्गत हमारा घर हमारा विद्यालय योजना, शासन द्वारा प्रदान किए जाने वाले डिजिटल कंटेंट के बारे में छात्रों को होने वाली समस्याएं और अगले सप्ताह पढ़ाई जाने वाली विषय वस्तु पर भी सभी शिक्षकों से चर्चा कर उसका भी हल निकाला जा रहा है। पिछले सप्ताह पढ़ाई की विषय वस्तु की समीक्षा के साथ ही अगले सप्ताह एवं माह में पढ़ाए जाने वाले अध्यायों पर विस्तृत चर्चा की जा रही है। विद्यार्थियों तक पाठ्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करना ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन, नोट्स की जांच कार्य, छात्रों की समस्याओं व जिज्ञासाओं का समाधान, साप्ताहिक मूल्यांकन, शिक्षकों द्वारा रखे जाने वाले दैनिक एवं साप्ताहिक रिकार्ड, शिक्षकों द्वारा किए जाने वाले नवाचार भी इस प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य शंभू नाथ त्रिपाठी है, एडीपीसी अशोक तिवारी के मार्गदर्शन मे प्रशिक्षण आयोजित हो रहा है। एपीसी डॉ. मिश्र ने बताया कि सभी शिक्षकों से कहा गया है कि ऑनलाइन डीजीलेप के माध्यम से तथा दूरदर्शन के माध्यम से छात्र-छात्राओं को कराये जा रहे अध्यापन का रिकॉर्ड अपने पास रखें। वह रोजाना पांच से दस छात्रों से बात करें और उन्हें ऑनलाइन शिक्षण पद्धति से पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। शिक्षकों का व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है जिस पर शिक्षक समस्या या अपना सुझाव रख सकते हैं। अभी तक 10 विषय के 860 शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।