सीधी (ईन्यूज एमपी)- जिले में इन दिनों व्यापक स्तर पर रात के रेत चोर सक्रीय है, प्रतिबंध के बावजूद अनुबंधित कंम्पनी के दलाल मशीनों के मार्फत गोपद नदी से रेत कि निकासी व भंण्डारण में लगे हुए हैं। गौरतलब है कि एनजीटी द्वारा एक निर्धारित समय अवधि के लिए नदियों से रेत कि निकासी पर रोक लगाई जाती रही है जिसके कारण उक्त समय अवधि में रेत कि निकासी पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहता है लेकिन बहरी क्षेत्र में इन दिनों अनुबंधित कम्पनी के कर्मचारियों व दलालों द्वारा रातभर मशीनों से नदी को छलनी किया जा रहा है,रेत कि निकासी में दलाल इस कदर हावी है कि नियमों कि धंज्जिया उड़ाते हुए रात भर सक्रिय रहते हैं व इनके द्वारा प्रतिदिन करीब पचीस लाख रुपए कि रेत कि निकासी व भंण्डारण किया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा रात में हो रही रेत कि निकासी का विरोध किया जा रहा है व मामले कि शिकायत दर्ज कराई जाएगी जबकि इस बात से विपक्ष में आक्रोश छाया हुआ है और कभी भी अमरण अनशन हो सकता है। यंहा मजेदार तथ्य यह है कि जिम्मेदार जंहा पूरे मामले में मौन हैं वंही तथाकथित सत्ता पक्ष के संरक्षण में चल रहे रेत के खेल को लेकर बिपक्ष खासा नाराज है , हालात यह होंगें कि किसी दिन कम्पनी और सत्ता के दलालों जो रात भर बहरी क्षेत्र में तफरी करते हैं उनके खिलाफ जंग छेड़ कर बिपक्ष आमरण अनशन पर बैठ जायेगा , यंहा सिर्फ और सिर्फ इंतजार है तो केबल ...राजधानी से सुपेला का सफर ....?