सीधी (ईन्यूज एमपी)- पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गिय अर्जुन सिंह का तकिया कलाम " सभी नियमों को सिथिल करते हुये " के तर्ज पर पड़ोसी जिले रीवा में कैप निर्माण सहित सीधी जिले कि रेत खदानों को सभी नियमों को शिथिल करते हुए चलाने के निर्देश मिलने के साथ ही जिले के रेत माफियाओं कि खुशी का ठिकाना नहीं रहा है,अब तो नियमों को कुचलने का आदेश भी जारी हो गया है। बता दें कि रेत खदानों को चलाने के आदेश आते ही नियमों कि धंज्जिया भी उड़ाई जाने लगी है , बारपान की स्वीकृत खदान खदान 970 हेक्टेयर है जो खसरा क्रमांक 199 है साथ ही इसका कुल क्षेत्रफल 2400 हेक्टर है जबकि इसमें से स्वीकृत लीज 970 हेक्टर के बजाय सभी नियमों को शिथिल करते हुए रेत का उत्खनन पूरे क्षेत्र से किया जा रहा है।लीज के मुताबिक 35 सौ घन मीटर रेत निकासी कि अनुमति तीन ठेकेदारों को दी गई है। जबकि खदान के बगल में पुल निर्माण का कार्य संचालित होने के कारण, उसके बगल में निर्धारित रकवे के बाहर अवैध उत्खनन जारी है। यहां तक कि वर्तमान लाक डाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया जा रहा है, एक ओर जहां गरीब मजदूर बेरोजगारी व भूख से जूझ रहे हैं,तो वहीं दूसरी ओर धड़ल्ले से मशीनों द्वारा काम कराया जा रहा है। निर्धारित क्षेत्र व रकवे के बाहर जाकर रेत कि धड़ल्ले से निकासी कि जा रही है और तस्वीरें बयां कर रही है कि प्रशासन कि मजबूरी व व्यस्तता का रेत के दलाल किस तरह फायदा उठा रहे हैं,अब देखना ये है कि मुसीबत कि इस घड़ी में रेत का खेल कब तक चलता है।