सीधी (ईन्यूज एमपी)-कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से किए गए लॉकडाउन के कारण पिछले 30 दिनों से राजस्थान के कोटा शहर में फँसे सीधी जिले के 64 छात्र-छात्राएं गुरूवार की देर शाम सकुशल प्रदेश शासन की पहल व जिला प्रशासन की सक्रियता से सीधी लौट आए। कोटा राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जिले के 64 छात्र-छात्राएं लॉकडाउन के दौरान अपने घरों में नहीं लौट पाए थे। इस बात को देखते हुए बच्चे और उनके परिजन बहुत ही चिंतित थे। उन सभी की समस्याओं को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर शासन की ओर से विशेष बसों की व्यवस्था करके प्रदेश के ऐसे सभी छात्र-छात्राओं को उनके घरों तक पहुँचने की व्यवस्था की गयी। सीधी जिले के 64 बच्चे 3 विशेष बसों के माध्यम से गुरुवार देर शाम सीधी पहुँचे। सीधी पहुँचने पर कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी एवं पुलिस अधीक्षक आर एस बेलवंशी की उपस्थिति में सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाईन किया गया है। कलेक्टर श्री चौधरी ने छात्र-छात्राओं से चर्चा की तथा होम क्वारेंटाईन के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों के विषय में बताया। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि सभी लोग अपने घरों पर ही रहें तथा घर के अन्य सदस्यों से भी दूरी बनाकर रखें। नियमित अंतराल पर अपने हाथों को साबुन से धोते रहें। कोरोना से संबंधित कोई भी लक्षण जैसे बुखार, सर्दी, खाँसी, साँस लेने में तकलीफ़ होने पर तत्काल जिला स्तरीय कण्ट्रोल रूम नंबर 07822-297581 पर संपर्क करें। शासन द्वारा की गयी पहल से सभी छात्र-छात्रायें एवं उनके परिजन चिंतामुक्त हो गए हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोटा में फँसे प्रदेश के बच्चों को वापस लाकर हज़ारों परिवारों को सभी प्रकार की चिंताओ से मुक्त कर दिया है। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलाम्बर मिश्रा, तहसीलदार लक्ष्मीकान्त मिश्रा सहित राजस्व, स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।