सीधी ( विजय सिंह )- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रवासी श्रमिकों को राहत देने के निर्णय उपरांत जिला प्रशासन द्वारा 143 प्रवासी श्रमिकों को 1 लाख 55 हजार 5 सौ रुपए की सहायता राशि प्रदाय की जा चुकी है। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए 23 मार्च 2020 से पूरे भारत में लाक डाउन घोषित किया गया है तथा सभी प्रकार के आवागमन पर रोक लगा दी गयी है। ऐसे में जिले के कई श्रमिक प्रदेश के अन्य जिलों तथा देश के कई अन्य हिस्सों में ही फँस गए हैं। उनके रोजगार के अवसर बंद हो जाने के कारण उन्हें कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे सभी प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए राज्य शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रवीन्द्र कुमार चौधरी के द्वारा जिला स्तर पर काल सेंटर 07822-250123 स्थापित किया गया। काल सेंटर के माध्यम से समस्याओं की जानकारी प्राप्त होते ही जिला प्रशासन द्वारा श्रमिकों की वहाँ के स्थानीय प्रशासन से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है। सीधी जिले के खरहना भरतपुर के निवासी राजेन्द्र विश्वकर्मा पुणे के कालेबाड़ी में रहकर प्रायवेट कंपनी के माध्यम से दरवाज़े, चौखट आदि का काम करते थे। लाक डाउन में फसने के कारण उन्होंने काल सेंटर में सम्पर्क कर बताया कि उनके साथ उनकी पत्नी, 2 साल का बेटा और 7 महीने की बेटी रहते हैं। घर का राशन समाप्त होने के कारण अब समस्या होने लगी है। राजेन्द्र विश्वकर्मा की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए उनके खाते में 2500 रुपए की सहायता राशि जिला रेड क्रास सोसाइटी के माध्यम से प्रदाय कर दी। तितिरा बघेलान के निवासी सतीश बुनकर पुणे में अपने 5 अन्य साथियों के साथ गाड़ी के पार्ट्स बनाने वाली कंपनी में काम करते थे। लाक डाउन में फसने के बाद से सीधी वापस आने के लिए काल सेंटर के माध्यम से निरंतर सम्पर्क कर रहे थे। काल सेंटर के द्वारा उन्हें वहीं रुकने की समझाईस दी गयी। एक दिन उन्होंने सम्पर्क कर बताया कि घर का राशन ख़त्म हो गया है और अब भोजन की समस्या हो रही है। उनकी वस्तुस्थिति को समझते हुए जिला प्रशासन द्वारा तत्काल 5 हजार रुपए की सहायता राशि खाते के माध्यम से प्रदान की गई है। विजय सिंह स्वतंत्र पत्रकार सीधी