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सीधी में प्रतिवर्ष होगा तीन दिवसीय सीधी महोत्सव


सीधी - लोक संस्कृति हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। हमारे देश और प्रदेश के विभिन्न अंचलों में लोक संस्कृति की समृद्ध परम्परा रही है। अभावों में, कठिनाईयों में और प्रतिकूल परिस्थितियों में भी आनंद और उल्लास के साथ कैसे जिया जा सकता है यह बात हम लोक संस्कृति से सीखते हैं। इस आशय के उद्गार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सीधी में व्यक्त किए। वे स्थानीय छत्रसाल स्टेडियम में जनजातीय एवं लोक कलाओं का आयोजन सिद्धिदात्री लोक रंग महोत्सव के अंतर्गत सिद्धि बघेली बाजा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने लोक संस्कृति पर आधारित इस आयोजन के लिए इन्द्रावती नाट्य समिति सीधी की प्रशंसा भी की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी जिले के कलाकारों के दलों द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्य व लोकगीतों की प्रस्तुति पर हर्ष व्यक्त किया और उनकी सराहना की। बघेली करमा, शैला, गुदुमबाजा और अहिराई लाठी की प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों की इन प्रस्तुतियों ने मेरा मन मोह लिया है। करतल ध्वनि के बीच मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शामिल कलाकारों के सभी दस समूहों को सवा-सवा लाख रूपए प्रदान किए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि लोककला जीवित रहे इसके लिए इसे स्कूल कालेजों के पाठ्यक्रमों में जोड़ने की पहल भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जिले के 115 लोककला ग्रामों में लोकरंग मंच के निर्माण और परिष्कार कार्यशाला बनाने की बात भी कही। शिवराज सिंह चौहान ने सीधी जिले के लोक कलाकारों का एक कार्यक्रम शीघ्र ही भोपाल में आयोजित किए जाने की घोषणा भी की। सीधी जिले की समृद्ध लोक संस्कृति की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सीधी में शासन की ओर से प्रतिवर्ष तीन दिवसीय सीधी महोत्सव-लोकरंग का आयोजन किया जाएगा।
अपने उद्बोधन के दौरान सीधी जिले और नगर के विकास के अपने संकल्प पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीधी शीघ्र ही एक आदर्श नगर बनेगा। हमारी प्राथमिकता है कि सीधी जिला देश और प्रदेश की विकास की मुख्यधारा में शामिल हो। जिले में अच्छी सड़कों का निर्माण पेयजल की आपूर्ति, सिंचाई साधनों का विस्तार और विद्युतीकरण हमारी प्राथमिकता है।
विधायक सीधी केदारनाथ शुक्ल ने अपने स्वागत भाषण में सीधी की धरती पर मुख्यमंत्री का हार्दिक अभिनन्दन किया। उन्होंने सीधी नगर और जिले के विकास से संबंधित विभिन्न मांगें मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की जिन पर मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति व्यक्त की। इन्द्रावती नाट्य समिति के संरक्षक डॉ. अनूप मिश्रा ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी देते हुए लोकरंग महोत्सव की रूपरेखा प्रस्तुत की।
इस अवसर पर सांसद रीती पाठक, विधायक कुंवर सिंह टेकाम, नगर पालिका अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह मुन्नू, जिला पंचायत अध्यक्ष अभ्युदय सिंह, विश्वामित्र पाठक, लालचन्द्र गुप्ता, शरदेन्दु तिवारी, के.पी.तिवारी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इसके साथ ही कमिश्नर एस.के.पाल, आई.जी. डी.श्रीनिवास वर्मा, कलेक्टर विशेष गढ़पाले, एस.पी.आबिद खॉन,संदीप शेण्डे, और इन्द्रावती नाट्य समिति के पदाधिकारी, सदस्य स्थानीय कलाकार और कला प्रेमी जनता उपस्थित रहीं।
मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं:- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सीधी में 1830.21 लाख रूपए के 8 निर्माण कार्यो का भूमिपूजन और 1104.31 लाख रूपए के 13 निर्माण कार्यो का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने सीधी में क्रिकेट मैदान के निर्माण, प्रेक्षागृह, कन्या महाविद्यालय में पी.जी.क्लास, कुसमी में बड़ादेव के मंदिर का निर्माण, सीधी में सर्व सुविधायुक्त बसस्टैण्ड का निर्माण, सीधी में एक हजार मकानों के निर्माणों के लिए 50 करोड़ रूपए की स्वीकृति, ई-गर्वेनेन्स के लिए 20 लाख रूपए की स्वीकृति, जिले में सिंचाई हेतु नहरों के निर्माण के लिए 204 करोड रूपए की स्वीकृति, मवई नदी पर डायवर्सन के लिए बांध निर्माण, नेउर नदी पर पुल निर्माण, सीधी में पेयजल आपूर्ति के लिए 21 करोड़ 88 लाख रूपए की स्वीकृति, कुसमी में विद्युतीकरण के लिए 34 करोड़ 60 लाख रूपए, सिंचाई के लिए महान परियोजना के दूसरे चरण हेतु 204 करोड़ रूपए की स्वीकृति और जिला चिकित्सालय में आई.सी.यू.वार्ड के शुभारंभ की घोषणा की। करतल ध्वनि के बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में अच्छी सड़को का निर्माण होगा। उन्होंने जिले मे कुल 236 किलो मीटर सड़क निर्माण के लिए 407 करोड़ 90 लाख रूपए की स्वीकृति की घोषणा भी इस अवसर पर की।
मुख्यमंत्री ने किया कलाकारों के साथ नृत्य:-इन्द्रावती नाट्य समिति के सौजन्य से लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्यों व लोकगीतों ने मुख्यमंत्री का मन मोह लिया और वे उनके साथ थिरकने से अपने आप को नहीं रोक सके। मुख्यमंत्री लोकनृत्य करने वाले कलाकारों के बीच पहुंचे और उनके साथ अभिभूत होकर नृत्य किया। इसके साथ ही उन्होंने झांझ मजीरा और नगड़िया भी बजाई। अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर लोक कलाकार प्रसन्न हो गए और आम जनता ने भी लोक संस्कृति के प्रति मुख्यमंत्री के इस लगाव की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान लोक कलाकारों को सम्मानित भी किया।

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