सीधी(ईन्यूज एमपी)- चुनावी वर्ष को देखते हुए पंचायत के खातो में जमा राशि को सरपंच व सचिवो द्वारा बन्दरबाट किया जा रहा है और प्रशासन मौन बना हुआ है या फिर कहे कि अनजान है | जी हां पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पंचायतो द्वारा सम्पादित किये जाने वाले व न किये जाने वाले दोनों तरह के कामो की सूची बनाई गई है, जिसमे बाकायदा सूचीबद्ध तरीके से विवरण दिया गया है कि पंचायत द्वारा कौन-कौन से काम किये जायेगे और कौन कौन से नहीं, लेकिन पंचायत सरपंच व सचिवो को चुनावी वर्ष होने के कारण अधिसूचना का डर सताने लगा है, कि न जाने कब अधिसूचना जारी हो जाए और पंचायत के खातो में जमा राशि बस जमा ही रह जाये जिसके कारण अब ज्यदातर पंचायतो में हडबडी में पंचायत के खातो से राशि का आहरण जारी है, और इस हडबडाहट में उनके द्वारा ये भी नही देखा जा रहा है कि कौन से मद में खर्च के लिए उन्हें अधिकृत किया गया है, और कौन से नही बस मनमानी तरीके से राशि का आहरण व भुगतान जारी है, और जिम्मेदार इन सब बातो से अनजान है | बतादे कि पचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि पंचायत द्वारा- हैडपंप खनन एवं उसका संधारण नहीं किया जायेगा,नलकूप का खनन नहीं किया जायेगा,मुरमीकरण /ग्रेवल नहीं किया जायेगा,विज्ञापन पर व्यय नहीं किये जायेगा केवल सामग्री एवं सेवाओ के लिए निविदा प्रकाशित कि जायेगी और इसी तरह के कई अन्य कामो को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रतिबंधित किया गया है, और ऐसा करने पर शासकीय राशि का दुरूपयोग मानकर ग्रामपंचायत के सरपंच व सचिव को संयुक्त रूप से उत्तरदाई माना जायेगा और वैधानिक कार्यवाही कि जायेगी लेकिन इन सब बातो को नजरंदाज करते हुए पंचायत सरपंच सचिवो द्वारा शासकीय राशि का जमकर दुरूपयोग किया जा रहा है और शासकीय आदेश की भी धज्जियां उडाई जा रही है, लेकिन हैरानी कि बात तो ये है कि इन तमाम बातों के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं कि जा रही है, और न ही इन बातों को संज्ञान में लिया जा रहा है, अब इसके दो ही कारण हो सकते है, या तो प्रशासन को इसकी जानकारी नही है या फिर प्रशासन मौन बना हुआ है |