पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-मझौली जनपद अन्तर्गत संचालित शासकिय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मडवास मे अध्ययन करनें वाले छात्र छात्राओं ने विद्यालय में पदस्थ प्रभारी प्राचार्य के तानाशाही रबैया सहित विद्यालय मे व्याप्य अव्यास्थाओं से परेशान हो कर गत बुधवार को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मझौली के कार्यालय मे पहुंच कर अनुविभागीय अधिकारी एके सिंह को अपनी व्यथा सुनाते हुये जिला कलेक्टर के नाम लिखित शिकायती आवेदन भी प्रस्तुत किया गया है। संस्था के छात्रों द्वारा दिये गये शिकायती आवेदन में उल्लेख किया गया है कि संस्था के प्रभारी प्राचार्य मनमोहन साकेत स्वयं कभी भी विद्यालय में समय से नहीं आते हैं, ना ही पठन पाठन मे रुचि रखते हैं। यही बजह है कि विद्यालय मे पदस्थ शिक्षकों, सहित भृत्यों तक की मनमानी चरम पर है। लिहाजा भृत्यों के द्वारा कभी भी कमरे मे झाडू तक नहीं लगाई जाती है। और सफाई के लिए कहने पर भृत्यों द्वारा हम लोगों से ही झाडू लगाने के लिए कहा जाता है। छात्रों ने बताया कि विद्यालय मे पदस्थ शिक्षक भी पठन पाठन मे रुचि नहीं रखते हैं। किन्तु प्राचार्य के द्वारा इस ओर कभी भी ध्यान नहीं दिया जाता है, जबकि अर्द्ध वार्षिक परीक्षा संचालित होने वाली हैं। लेकिन अभी तक आधा कोर्स की पढाई भी नहीं हो पाई है। छात्रों ने बताया कि विद्यालय का भवन काफी जर्जर हो चुका है। जहां चारों तरफ दीवारों में दरारें पडी हैं। वहीं छत का मलवा सिर पर गिरता है तथा फर्स पूरी तरह से छतिग्रस्त हो चुका है। जिसके कारण बैठने मे परेशानी होती है। किन्तु आज तक प्राचार्य द्वारा मरम्मत करवाने का प्रयास नहीं किया गया है। बताया कि विद्यालय मे बने सौचालय मे प्राचार्य द्वारा ताला बंद करवा दिया गया है। जिससे छात्र छात्राओं को सौच आदि के लिये बाहर जाना पडता है। जबकि संस्था मे तकरीबन छः सौ से ज्यादा छात्र दर्ज हैं। छात्रों ने बताया कि विद्यालय मे साफ सफाई सहित पठन पाठन के संबंध में यदि हम लोगों द्वारा प्राचार्य से शिकायत की जाती है तो उनके द्वारा यफ आई आर दर्ज करवाने, हरिजन एक्ट लगवाने सहित कैरियर खराब करनें जैसी धमकियां दी जाती हैं। जिसके कारण छात्र डरे सहमे रहते हैं। और विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था चौपट होती जा रही है। छात्रों ने अनुविभागीय अधिकारी मझौली को शिकायती आवेदन प्रस्तुत कर प्राचार्य द्वारा छात्रों के साथ किये जा रहे अमानवीय कृत्यों की बिन्दुवार जांच कराये जाने सहित दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। साथ ही जांच व कार्यवाही नहीं होने पर छात्रों द्वारा आंनदोलन की चेतावनी की भी दी गई है। छात्रों ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कई बार हम लोगों के द्वारा समाचार पत्र के माध्यम से विद्यालय मे व्याप्त अव्यास्थाओं सहित प्राचार्य की मनमानी की तरफ जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया था। किन्तु जिला प्रशासन द्वारा हमेशा ही हमारी मांगो को नजर अंदाज किया जाता रहा है। अब लडाई आर पार की होगी। छात्रों ने पुनः एक बार जिला कलेक्टर रबीन्द्र चौधरी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि हम चाहते हैं एक बार जिला कलेक्टर स्वयं विद्यालय का निरिक्षण कर लें तो समझ मे आ जायेगा की हम लोग किस कदर विद्यालय मे पठन पाठन करते होगें। और क्या वास्तव मे विद्यालय ऐसे ही होते हैं।