सीधी(ईन्यूज एमपी)-स्वसहायता समूह से जुड़कर छोेटी-छोटी बचत के माध्यम से वे न सिर्फ आर्थिक रूप स आत्मनिर्भर हुयी है वरन उनकी पारिवारिक और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि हुयी है। आज वे बेहतर ढ़ग से अपने परिवार का भरण पोषण कर पा रही है। बच्चों को अच्छी षिक्षा दिलाने में समर्थ हुयी है। उक्त अनुभव आजीविका मिषन से जुड़ी महिलाओं ने अपने अनुभव को मंच के माध्यम से साझाा किया। आज ग्राम स्वराज अभियान अंतर्गत राष्ट्रीय आजीविका दिवस पर सीधी जिले के सभी विकासखण्डों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सभी ने मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा सुना एवं महिलाओं को उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया। स्वसहायता समूह में काम करने वाली सभी महिलायें वीरंगनाएं हैं - सांसद स्वसहायता समूह की महिलाओं को संबोधित करते हुए सांसद रीती पाठक ने कहा कि स्वसहायता समूह में कार्य करने वाली सभी महिलाएं अपने घर को भी संभालती हैं, समाज को संभालती हैं और दी गयी जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूवी करती हैं। उन्होंने सभी महिलाओं को वीरंगनायें कहकर संबोधित किया। श्रीमती पाठक ने कहा कि महिलाओं को सषक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने मुद्रा योजना प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना जैसी योजनाएं संचालित की है और इसमें अजीविका मिषन का सराहनीय योगदान रहा है। श्रीमती पाठक ने कहा कि नकारात्मक मानसिकता के लोगों से सावधान रहने की आवष्यकता है। समाज में ऐसे भी लोग है जो महिलाओं की प्रगति में बाधक हैं, आपको उनके विरूद्ध आवाज उठानी होगी। आज ग्राम स्वराज अभियान का अंतिम दिन है लेकिन यह आपके सफलता का आगाज है। आप शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए आगे आयें और अधिकार के साथ शासन की योजनाओं का लाभ लें। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने महिलाओं की शक्ति को पहचाना- विधायक विधायक केदारनाथ शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने महिलाओं की शक्ति को पहचानते हुए उन्हे विकास के उचित अवसर प्रदान किए हैं। सबके पास गुण होते है बस उनके गुणों को जगाने की आवष्यकता होती है। अजीविका मिषन ने महिलाओं के इन गुणों को उभरा है। श्री शुक्ल ने कहा कि महिला स्वसहायता समूह के कार्यों के उत्कृष्ट स्तर को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री चैहान ने आगामी वर्ष से स्कूल डेसों की सिलाई का कार्य तथा पोषण आहार बनाने का कार्य देने का निर्णय किया है। श्री शुक्ल ने महिलाओं को असंगठित श्रमिक के रूप में पंजीयन कराने की अपील की है तथा यह कहा कि 7 मई को होने वाली ग्राम सभा में अपने आसपास के असंगठित कर्मकारों का पंजीयन भी आवष्य करायें। उन्होंने इससे होने वाले लाभ के विषय में विस्तार से बताया। जिला परियोजना प्रबंधक डाॅ. बघेल ने सीधी जिले में आजीविका मिषन की गतिविधियों से अवगत करते हुए बताया कि जिले में 5456 स्वसहायता समूहों में कुल 64652 परिवार जुड़े हैं। रोजगार मेंलों के माध्यम से 2461 युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है। समूह की महिलाएं व्यवसायिक सब्जी उत्पादन, हथकरघावस्त्र निर्माण, गुड़चिक्की निर्माण, साबुन निर्माण, सैनेटरी नैप्किन रिपैकेजिंग, अगरबत्ती निमार्ण, आॅवला आॅचार मुरब्बा निमार्ण की गतिविधियांे से जुड़ी हैं। अजीविका मिषन से जुड़ने से महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हुई हैं, स्वास्थ्य और षिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है, महिलाएं सोषल आडिट का अच्छा कार्य कर रही हैं, तथा ग्राम सभा में उपस्थित के साथ सकारात्मक योगदान बढ़ा है। इनकी रही उपस्थिति - विकासखण्ड सीधी में मड़रिया में आयोजित कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष सीधी शकुन्तला सिंह, कलेक्टर दिलीप कुमार, दीनदयाल अन्त्योदय समिति के अध्यक्ष पुनीत नरायण शुक्ल, धर्मेन्द्र सिंह, ललन सिंह, जिला प्रबंधक अजीविका मिशन डाॅ. बघेल, सहित जिला स्तरीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में स्वसहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं। इसी प्रकार विकासखण्ड कुसमी में आयोजित कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष हीराबाई सिंह, जिला पंचायत सदस्य शेषमणि पनिका, उपखण्ड अधिकारी अनुराग तिवारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पचंायत एस.एन. द्विवेदी , विकासखण्ड मझौली में आयोजित कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष कंचन देवी साकेत, उपखण्ड अधिकारी अखिलेश सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पचंायत , विकासखण्ड सिहावल में आयोजित कार्यक्रम में विधायक कमलेश्वर पटेल, जनपद अध्यक्ष श्रीमान पटेल, उपखण्ड अधिकारी आर.के.सिन्हा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पचंायत अशोक तिवारी और विकासखण्ड रामपुर नैकिन में आयोजित कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष के.डी.सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पचंायत पी.के. मिश्र सहित विभागीय कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में स्वसहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।