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सीधी:गरीबो पर टूटता कार्यवाही का कहर......

सीधी(ईन्यूज एमपी)- जिले में इन दिनों यातायात प्रभारी द्वारा यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद पुरजोर से चल रही है, भोर में ही पुलिस कार्यवाही करने सड़क पर उतर आती है,लेकिन पुलिस व प्रशासन का डंडा अक्सर गरीब व बेबसों पर ही चलता है जिसका उदाहरण सीधी जिले में आये दिन देखने को मिल जाता है, बात करे यदि अतिक्रमण की तो पूरा मार्किट ही अतिक्रमण की चपेट में है बड़े दुकानदारो द्वारा नपा से ली गयी दुकानों को मनमर्जी से बढ़कर सड़क तक दुकान जमा ली गयी है,जिसके कारन वाहनों को सड़क पर खड़ा करने की मजबूरी पैदा होती है| बावजूद इसके न तो नपा इन्हे कुछ कहता है न ही यातायात पुलिस का ध्यान इस ओर जाता है,और जब कभी यातायात सेवाए बहाल करने या अतिक्रमण हटाने की मुहीम चलाई जाती है तो छोटे व्यापारियों पर कार्यवाही कर कोरामपूर्ती कर ली जाती है |

शहर के गांधी चौक से लेकर संजीवनी पालिका बाजार तक अतिक्रमण का आलम सबसे ज्यादा देखा जाता है जहा कई बड़े व्यापारियों के द्वारा सड़क में दूकान लगाकर व्यापर किया जा रहा है, पेटी, टंकी बर्तन व्यापारी व किरना व्यापारियों के साथ साथ कई छोटे दुकानदार जमीन पर दूकान सजाकर बैठे देखे जाते है, लेकिन कार्यवाही के नाम पर पुलिस का डंडा अक्सर छोटे व्यापारी जो सड़क के किनारों पर दुकान सजाकर बैठे है केवल उन्ही पर चलता है, बड़े व्यापारियों को इनके द्वारा हिदायत तक नही दी जाती जिसके पीछे क्या कारण है समझ से परे है|

नपा द्वारा पार्किंग के लिए बस स्टैंड के सामने की जगह चिन्हित की गयी है लेकिन बड़े बड़े दुकानदारो द्वारा किराये पर उक्त जगह छोटे व्यवसायियों व ठेले वालो को डे के कमी की जा रही है हलाकि नपा द्वारा कई बार एन पर कार्यवाही भी की गयी लेकिन कुछ दिनों बाद स्थिति ज्यो की त्यों देखि जाती है |

स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्यवाही करना अच्छी बात है लेकिन दो तरफ़ा भेदभाव पूर्ण कार्यवाही कहा तक उचित है, एक ओर बड़े व पूंजीपति व्यापारियो को संरक्षण व दूसरी ओर बमुश्किल अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए कड़ी धूप में जमीन पर बैठकर व्यवसाय करने वालो पर सख्ती करना उनके सामान के साथ तोड़फोड़ करना कहा तक जायज है, जबकि नपा को चाहिए की इन व्यवसायियों के लिए अलग से जगह चिन्हित कर दे व सड़क तक दुकान फैलाकर बैठे दुकानदारो को उनकी हद में ले आये, पर अफसोस न तो नपा और न ही पुलिस कोई भी इस ओर अपनी नजर दौड़ाने को राजी नही है |

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